मुंबई (मा.स.स.). न्यू अंब्रेला एंटिटी (NUE) के लिए लाइसेंस पाने की होड़ में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), टाटा संस, पेटीएम और एमेजॉन के कंसोर्टियम शामिल हैं। ये सभी कंपनियां रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से NUE Licence हासिल करना चाहती हैं, ताकि वे देश में नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के विकल्प के रूप में एक अलग डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉम तैयार कर सकें। RBI ने न्यू अंब्रेला एंटिटी यानी NUE के लिए एप्लिकेशन भरने की अंतिम तारीख को बढ़ाकर 31 मार्च 2021 तक कर दिया है। इससे पहले आवेदन की अंतिम तारीख 26 फरवरी 2021 थी।
अभी जिस तरह नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) देश में UPI, IMPS, NEFT जैसे अन्य पेमेंट सिस्टम को कंट्रोल कर रहा है, वैसे ही न्यू अंब्रेला एंटिटी भी अपना नया पेमेंट सिस्टम तैयार करेगा। सरकार और RBI का मानना है कि आने वाले समय में डिजिटल पेंमेंट की बढ़ती संख्या को अकेले NPCI कंट्रोल नहीं कर पाएगा। NUE का मुकाबला NPCI से होगा। न्यू अंब्रेला एंटिटी के जरिए RBI चाहता है कि कैश लेनदेने खत्म हो और डिजिटल पेमेंट सिस्टम में नए प्लेयर्स की एंट्री हो। इससे डिजिटल पेमेंट पूरी तरह से पारदर्शी होगी और इसके जरिए सभी तरह के पेमेंट होने से टैक्स चोरी पर भी नजर रखी जा सकेगी। इस नए एंटिटी के जरिये सरकार पूरे देश को कैशलेस बनाना चाहती है।
न्यू अंब्रेला एंटिटी का लाइसेंस हासिल करने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने इंफिबीम एवेन्यूज, गूगल और फेसबुक के साथ कंसोर्टियम बनाया है। टाटा संस ने एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, मास्टकार्ड, भारती और पेयू के साथ मिलकर आवेदन किया है। एमेजॉन ने आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, पाइन लैब्स, बिलडेस्क और वीजा कार्ड के साथ कंसोर्टियम बनाकर इसके लिए आवेदन किया है। वहीं चौथा कंसोर्टियम पेटीएम, इंडसइंड बैंक, ओला फाइनेंशियल ने कुछ अन्य कंपनियों के साथ मिलकर आवेदन किया है।
NUE देश में NPCI के विकल्प के रूप में एक नया पेमेंट सिस्टम तैयार करेगा। देश में अभी NPCI को टक्कर देने वाला कोई नहीं है और यह UPI के साथ RuPay नेटवर्क का संचालन भी करती है। न्यू अंब्रेला एंटिटी जो नया पेमेंट सिस्टम तैयार केरगी वह NPCI के साथ अंटरऑपरेटेवल होगा यानी एक दूसरे के साथ काम करेगा और फंड ट्रांसफर किए जा सकेंगे। जिन कंपनियों को NUE का लाइसेंस मिलेगा वे नया पेमेंट सिस्टम शुरू करने के साथ रिटेल स्पेस में ATM, प्वाइंट ऑफ सेल (POS), रेमिटेंस सर्विसेज और आधारा बेस्ड पेमेंट सिस्टम स्थापित करने के साथ उन्हें मैनेज और ऑपरेट कर सकेंगे।
NUE बैंकों के लिए क्लीयरिंग और सेटलमेंट सिस्टम भी ऑपरेट करेंगे। इनकी जिम्मेदारी ग्राहकों को किसी भी तरह के ऑनलाइन, डिजिटल और बैंकिंग फ्रॉड से बचाने की होगी। NUE यह सुनिश्चित करेंगी कि दूसरे पेमेंट प्लेटफॉर्म्स के साथ ट्रांजैक्शन बिना की रुकावट के आसानी से किया जा सके। साथ ही वे ऐसे नियम-कानून बनाएंगी जिससे ट्रांजैक्शन, नेटवर्क और पेमेंट सिस्टम सुरक्षित रहे। NUE ग्राहकों को इनोवेटिव पेमेंट सिस्टम मुहैया कराएगी जिस तक ग्राहकों की आसानी से पहुंच हो। RBI न्यू अंब्रेला एंटिटी को पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम्स में शामिल होने की इजाजत देगी।