मुंबई (मा.स.स.). मुंबई के एंटीलिया-सचिन वाझे मामले ने महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार पर खतरा पैदा कर दिया है. पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की ओर से राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाए जाने के बाद प्रदेश में हालात तेजी से बदल रहे हैं. प्रदेश सरकार पर बढ़ रहे दबाव के बीच NCP के अध्यक्ष शरद पवार ने उद्धव सरकार में शामिल अपने दो मंत्रियों अजित पवार और जयंत पाटिल को बैठक के लिए दिल्ली बुलाया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक में शिवसेना नेता संजय राउत भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि इस बैठक में अनिल देशमुख पर लगे आरोप के बाद उठाए जाने वाले कदमों को लेकर चर्चा हो सकती है.
उधर बदलते घटनाक्रमों के बीच बीजेपी ने उद्धव ठाकरे सरकार पर जमकर हमला बोला है. बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कहा कि सचिन वाझे का वसूली गैंग महाराष्ट्र के गृहमंत्री के लिए हर महीने 100 करोड़ की वसूली करता था. उद्धव सरकार को पंद्रह महीने हो गए, इसलिए सरकार को पंद्रह सौ करोड़ के भ्रष्टाचार का हिसाब देना होगा. वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि एक सीनियर पुलिस अफसर और पूर्व पुलिस कमिश्नर ने राज्य के सीएम को पत्र लिखकर गृह मंत्री पर बड़े सवाल उठाए हैं. इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए. अगर मुंबई पुलिस की यह हालत है तो आप महाराष्ट्र की कल्पना कर सकते होंगे.
उधर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मुंबई में विरोध प्रदर्शन किया. उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अनिल देशमुख को बर्खास्त करने की मांग की. पुलिस ने विरोध बढ़ने की आशंका देख नागपुर में गृह मंत्री अनिल देशमुख के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है. महाराष्ट्र के वित्तमंत्री और NCP नेता जयंत पाटिल ने साफ कहा कि अनिल देशमुख को बदलने का अभी कोई विचार नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया,’लेटर देख ऐसा लग रहा है कि किसी को खुश करने के लिए लिखा गया है.’ दिल्ली कूच करने से पहले जयंत पाटिल ने पंढरपुर में स्पष्ट किया है कि पूर्व पुलिस आयुक्त के जरिए मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र किसी खास को खुश करने के लिए दिया गया है. इस मामले में अभी जांच चल रही है. वक्त के साथ सब कुछ साफ हो जाएगा. फिलहाल गृह मंत्री को हटाए जाने की न तो कोई चर्चा है और ही इस पर कोई विचार है. सरकार इस मामले की तह तक जाएगी.
बताते चलें कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने आरोप लगाया है कि राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गिरफ्तार किए गए ASI सचिन वाझे को बुलाकर मुंबई के बार और रेस्टोरेंट से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली का टारगेट दिया था. परमबीर सिंह के इस आरोप के बाद राज्य में राजनीति का पारा चढ़ा हुआ है.
मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर ने गंभीर आरोप महाराष्ट्र के गृहमंत्री पर लगाया है। आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर एक महीने में एक पुलिस चीफ को 100 करोड़ रुपए देनी की बात कही जाती है तो जब से उनकी नियुक्ती हुई और अब तक वो कितना पैसा दे चुके थे: केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर