नई दिल्ली (मा.स.स.). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले पड़ाव जर्मनी में हैं। इस दौरान उन्होंने सोमवार को जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि साल 2022 के अपने पहले दौरे पर जर्मनी आकर काफी खुशी महसूस हुई। उन्होंने दुनिया के सामने मौजूदा चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि हमने रूस और यूक्रेन से जंग रोकने को कहा था क्योंकि भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है। हमारा मानना है कि इस जंग में कोई विजयी नहीं होगा बल्कि सभी को नुकसान होगा। इस युद्ध से तेल के दाम बढ़े हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि लोकतांत्रिक देशों के तौर पर भारत और जर्मनी कई कॉमन मूल्यों को साझा करते हैं। इन साझा मूल्यों और साझा हितों के आधार पर पिछले कुछ वर्षों में हमारे द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। हमारी पिछली IGC 2019 में हुई थी, तब से विश्व में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। कोविड-19 महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव डाला है। हाल की जियो पॉलेटिकल घटनाओं ने भी दिखाया कि विश्व की शांति और स्थिरता कितनी नाजुक स्थिति में है और सभी देश कितने इंटरकनेक्टेड हैं।
मोदी ने कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि भारत और जर्मनी ने हरित हाइड्रोजन कार्यबल स्थापित करने का निर्णय लिया। इसी के साथ भारत यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौता वार्ता में त्वरित प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है।