नई दिल्ली (मा.स.स.). भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अभी से अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. इस बार पार्टी 350 सीटों को जीतने का लक्ष्य बना रही है. इसलिए पार्टी ने अभी से एक-एक सीट पर अपनी पैनी नजर रखनी शुरू कर दी है. पिछले लोकसभा चुनाव यानी 2019 में अमेठी से राहुल गांधी को चुनाव हराने वाली केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अब केरल के वायनाड से चुनाव मैदान में उतारने की चर्चा चल रही है.
भाजपा नेताओं के साथ बैठक
ऐसा माना जा रहा है कि केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को हाईकमान के इशारे पर ही वायनाड भेजा गया है. स्मृति ईरानी ने केरल के वायनाड पहुंचकर यहां के राजनीतिक माहौल का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने वहां आदिवासियों के साथ मुलाकात और कई अन्य गांव वालों का हाल-चाल लिया तथा स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ बैठक की.
आखिर वायनाड सीट ही क्यों?
स्मृति ईरानी वायनाड की जनता का मूड जानने की कोशिश में है. इस दौरे पर भाजपा यह कह रही है कि स्मृति ईरानी केन्द्र की योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंच रहा है अथवा नहीं,इसके लिए वायनाड गयी है. पर सवाल इस बात का है कि देश की 542 लोकसभा सीटों में उन्होंने केरल की वायनाड सीट को ही क्यों चुना है?
पिछले लोकसभा चुनाव में वोटों का अतंर
बताते चलें कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 55 हजार 120 वोटों से हराया था और अमेठी की सीट पर जीत दर्ज की थी. स्मृति ईरानी को 468514 मत मिले थे, जबकि राहुल गांधी को 413394 मत मिले थे. संभव है कि इस बार वायनाड लोकसभा सीट पर भी 2024 में स्मृति ईरानी और राहुल गांधी के बीच मुकाबला देखने को मिल जाए.
मातृभूमि समाचार / रजनीश कु. सक्सेना