मुंबई (मा.स.स.). राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मनसुख हिरेन हत्या मामले में पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को ‘प्रमुख साजिशकर्ता’ के रूप में नामित किया है। एनआईए ने एक और बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि हत्या की साजिश मुंबई पुलिस कमिश्नर के ऑफिस कंपाउंड में रची गई थी, जहां हिरेन को मारने के लिए मीटिंग हुई थी। इसके अलावा, मुंबई के पूर्व एपीआई सचिन वाज़े ने पूरी साजिश फंडिंग की थी और हिरेन की हत्या के लिए 45 लाख का भुगतान किया था।
NIA की चार्जशीट के मुताबिक, मनसुख, एंटीलिया केस का सारा राज जानता था। प्रदीप शर्मा उसे इस केस की सबसे कमजोर कड़ी मानता था, इसलिए उसे रास्ते से हटाने की प्लानिंग की गई थी। शर्मा ने इस मामले में अन्य आरोपियों के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय की इमारत में कई बैठकें की थीं, जहां मनसुख को मारने की साजिश रची गई थी। मनसुख की हत्या के बाद एंटीलिया केस में गिरफ्तार सचिन वझे ने प्रदीप शर्मा को 45 लाख रुपए दिए थे, जो उसने हिरेन की हत्या करने वाले कुछ लोगों में बांटे थे।