मास्को (मा.स.स.). यूक्रेन में चल रही जंग के बीच रूस आज अपना 77वां विजय दिवस मना रहा है. इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश क्रीमिया सहित रूस पर आक्रमण की तैयारी कर रहे थे. इसलिए यूक्रेन पर हमला करना जरूरी हो गया था. विक्ट्री डे पर लोगों को संबोधित करते हुए पुतिन ने कहा- नाटो हमारी सीमा पर खतरा पैदा करना चाहता था. रूसी सेना यूक्रेन में अपनी मातृभूमि की रक्षा कर रही है. रूसी सेना ने पश्चिमी देशों की नीतियों के खिलाफ सही समय पर और आवश्यक जवाबी कार्रवाई की है.
रूसी राष्ट्रपति ने भाषण के दौरान कोई बड़ी घोषणा नहीं की, हालांकि कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि वह संघर्ष को बढ़ाने घोषणा कर सकते हैं. इसके बजाय पुतिन ने यूक्रेन में रूसी हमले (जिसे वह “विशेष सैन्य अभियान” कहते हैं), के लिए एक तर्क गढ़ा कि कीव और उसके पश्चिमी सहयोगी हमारी ऐतिहासिक भूमि- रूसी भाषी डोनबास क्षेत्र और 2014 में मास्को द्वारा कब्जा किए गए क्रीमिया पर आक्रमण की तैयारी कर रहे थे. .
पुतिन ने यूक्रेन में नाटो हथियारों की डिलीवरी और विदेशी सलाहकारों की तैनाती की ओर इशारा करते हुए कहा, “सीधे हमारी सीमाओं पर हमारे लिए एक बिल्कुल अस्वीकार्य खतरा पैदा किया जा रहा था.” पुतिन ने कहा, रूस के पास कोई विकल्प नहीं था, उन्होंने रूसी हमले के फैसले को “संप्रभु, मजबूत और स्वतंत्र देश” के लिए “एकमात्र सही निर्णय” कहा. उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस संघर्ष का विस्तार नहीं करना चाहता.