जयपुर (मा.स.स.). सोनिया गांधी ने सभी नेताओं से कहा कि हमें सुधारों की सख्त जरुरत है। रोजाना काम करने के तरीके में बदलाव करना होगा। हमें अपनी निजी आकांक्षाओं को संगठन के हिताों के अधिन रखना होगा। पार्टी ने हम सभी को बहुत कुछ दिया है अब समय है कर्ज उतारने का। मैं समझती हूं कि इससे आवश्यक और कुछ नहीं है। साथियों मैं आप सबसे आग्रह करती हूं, कि अपने विचार यहां खुलकर रखें ,मगर बाहर सिर्फ एक ही संदेश जाना चाहिए। संगठन की मजबूती, निश्चय और एकता का संदेश हमें बरकरार रखना होगा।
सोनिया गांधी से पहले अशोक गहलोत ने स्वागत भाषण में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जब चुनाव नजदीक आते हैं तो ये बवाल कराने लगते हैं। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में चुनाव आने वाले होते हैं, वहीं दंगे होते हैं। उन्होंने कहा कि हम काम बहुत करते हैं, लेकिन कभी मार्केटिंग नहीं करते। गहलोत ने कहा कि ये लोग गुजरात मॉडल जैसी बातें करते हैं, लेकिन काम नहीं करते। कांग्रेस के इस चिंतन शिविर के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए अजय माकन ने कहा कि “एक परिवार, एक टिकट” की व्यवस्था की जाने पर विचार किया जा रहा है। परिवार के दूसरे सदस्य को टिकट तभी मिलेगा जब वह संगठन में कम से कम पांच साल काम करे। कोई भी व्यक्ति जो लगातार पद धारण कर रहा है उसे पद छोड़ना होगा और उस व्यक्ति के उसी पद पर वापस आने पर तीन साल की कूलिंग अवधि होगी।
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