नई दिल्ली (मा.स.स.). अमेरिकी दबाव के सामने बेफिक्र और अडिग भारत कई विवादास्पद मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रख रहा है। हाल ही में अमेरिका द्वारा उठाए गए भारत में मानवाधिकार के मुद्दे पर भारत ने पलटवार किया और वाशिंगटन को ही सुना दिया। दरअसल अमेरिका ने कहा था कि वह भारत में मानवाधिकार के मामलों को लेकर चिंतित है। इसके जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साफ शब्दों में कहा कि दिल्ली भी आपके यहां की चिंता करता है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि खासतौर पर जब भारतीय समुदाय के अमेरिका में मानवाधिकारों की बात आएगी तो हम चुप नहीं रहेंगे, जैसे कल ही एक घटना हुई है। बता दें कि अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सिख समुदाय के दो लोगों पर अटैक हुआ था। बीते 10 दिनों में यह दूसरी घटना थी। इससे पहले एक बुजुर्ग सिख व्यक्ति पर हमला हुआ था। इस तरह जयशंकर ने उदाहरण के साथ ही अमेरिका को करारा जवाब दिया है।
अमेरिका को भारत से यह कड़ा रिएक्शन ऐसे वक्त में मिला है, जब वह लगातार यूक्रेन मसले पर साथ देने की मांग कर रहा था। इससे पहले हथियार और तेल की खरीद पर भी अमेरिका एवं यूरोपीय देशों को एस. जयशंकर खरी-खरी सुना चुके हैं। रूस से तेल की खरीद पर सवाल उठाने पर जयशंकर ने साफ कहा था कि मैं एक तथ्य पर ध्यान दिला दूं कि भारत जितना तेल रूस से एक महीने में लेता है, उतना तो यूरोपीय देश एक दोपहर में खरीद लेते हैं।
लेखक राजीव मल्होत्रा ने भी एस. जयशंकर की जमकर तारीफ की है। यही नहीं उन्होंने तो अमेरिका में मानवाधिकारों की स्थिति पर सालाना रिपोर्ट भी पेश करने का सुझाव दिया। मल्होत्रा ने ट्वीट किया, ‘शानदार ओपनिंग। अगला कदम यह होना चाहिए कि अमेरिका में मानवाधिकार की स्थिति पर भारत एक कमिशन का गठन करे। मेरी टीम ने 30 सालों तक यह काम किया है और हम इसमें मदद कर सकते हैं।’