नई दिल्ली (मा.स.स.). पेटीएम के शेयर में गिरावट, नए अकाउंट खोलने पर पाबंदी के बाद पेटीएम एक और मुसीबत में फंसता नजर आ रहा है. ताजा अपडेट में पेटीएम पेमेंट्स बैंक का चाइनीज कंपनियों के साथ डाटा शेयरिंग का मामला सामने आया है. ब्लूमबर्ग के सूत्रों के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से पिछले दिनों की गई सालाना जांच में पाया गया कि कंपनी के सर्वर चाइना-बेस्ड फर्म के साथ अहम जानकारी शेयर कर रहे थे. इस फर्म की अप्रत्यक्ष रूप से पेटीएम पेमेंट्स बैंक में हिस्सेदारी है.
पेटीएम पेमेंट्स बैंक और इसके फाउंडर विजय शेयर शर्मा का ज्वाइंट वेंचर है. चीन की अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग कंपनी लिमिटेड और इसकी सहयोगी जैक मा एंट ग्रुप कंपनी के पास पेटीएम के शेयर हैं. यह जानकारी पेटीएम की तरफ से सेबी को भी दी गई है. हालांकि पेटीएम की तरफ से इस पूरे मामले का खंडन किया गया है. 11 मार्च को आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर सख्ती करते हुए नए अकाउंट खोलने पर पाबंदी लगा दी थी. आरबीआई ने पेटीएम बैंक से आईटी सिस्टम का ऑडिट कराने के लिए भी कहा था. हालांकि इस पूरे मामले में पुराने ग्राहकों पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई थी.
इस मामले के सामने आने के बाद अब ब्लूमबर्ग ने सोमवार को सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक से नए ग्राहकों के जुड़ने पर आरबीआई ने इसलिए पाबंदी लगा दी थी क्योंकि कस्टमर के डाटा को चाइनजीज फर्म के साथ शेयर किया जा रहा था. इस मसले पर पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने बयान जारी कर खबरों का खंडन किया है. कंपनी की तरफ से इसे बेबुनियाद बताया गया है. पेटीएम की तरफ से कहा गया ‘चीनी कंपनियों को डाटा लीक होने का दावा करने वाली ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट झूठी और सनसनीखेज है.’