नई दिल्ली (मा.स.स.). राज्यसभा में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने यूक्रेन मामले पर बयान दिया। जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन में गंभीर संघर्ष से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद हमने सुनिश्चित किया कि लगभग 22,500 भारतीय नागरिक सुरक्षित भारत लौट पाएं। राज्यसभा में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि आधे से ज्यादा छात्र पूर्वी यूक्रेन के विश्वविद्यालयों में थे जो क्षेत्र रूस की सीमा से लगा है और अब तक संघर्ष का केंद्र रहा है. उन्होंने बताया कि यूक्रेन से 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के छात्रों को निकाला गया है. जयशंकर ने कहा, ‘ऑपरेशन गंगा के तहत 90 उड़ानें संचालित की गई हैं, जिनमें से 76 नागरिक उड़ानें और 14 IAF उड़ानें थीं. निकासी उड़ानें रोमानिया, पोलैंड, हंगरी और स्लोवाकिया से भारत पहुंचीं.’
एस जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर, हमने ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की, जिससे चल रहे संघर्ष की स्थिति के दौरान सबसे चुनौतीपूर्ण निकासी अभ्यासों में से एक का आयोजन किया गया. उन्होंने सदन को बताया कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने जनवरी से ही भारतीय नागरिकों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया था, जिसमें 20 हजार भारतीयों ने पंजीकरण कराया, इनमें ज़्यादातर मेडिकल की पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्र थे. दूतावास ने 15 फरवरी को एक एडवाइज़री जारी की थी जिसमें सलाह दी गई थी कि जिनका भी यूक्रेन में रुकना जरूरी न हो वो थोड़े दिनों के लिए देश छोड़ दें.