लखनऊ (मा.स.स.). उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 संपन्न होते ही योगी सरकार का बुलडोजर फिर काम पर लग गया है. अब सूबे के कुख्यात माफिया बदन सिंह बद्दो के करीबियों पर यह बुलडोजर गरजता दिख रहा है. बताया जा रहा है कि बद्दो के कुछ करीबियों ने मेरठ के एक पार्क की जमीन हड़प ली और उसपर फैक्ट्री बनवा दी थी. इसको लेकर बद्दो पर आरोप लगे कि उसकी शह में रहकर ही आरोपियों ने जमीन पर कब्जा किया.
इसी पार्क में माफिया बदन सिंह बद्दो के करीबियों ने दुकानें भी खड़ी कर दी हैं. अब इन दुकानों के ध्वस्तीकरण को लेकर शासन में प्रस्ताव लंबित है. फिलहाल, एमडी और पुलिस की टीम ने पार्क के हिस्से को कब्जा मुक्त करा लिया है. बद्दो की हिस्ट्र्रीशीट 26 सालों से चली आ रही है. मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र के पंजाबीपुरा का रहने वाला बदन सिंह बद्दो लगभग 26 साल पहले एक मामूली सा ट्रक ड्राइवर था. फिर, मारपीट और जानलेवा हमले की छोटी-मोटी घटनाओं में उसका नाम मुख्यारोपियों में आने लगा. धीरे-धीरे उसके क्राइम की गति और सीरियसनेस दोनों बढ़ने लगे और बदन सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुशील मूंछ और भूपेंद्र बाफर के संपर्क में आया. यहां से वह लगातार अपराध जगत की सीढ़ियां चढ़ता गया.
कुख्यात बदन सिंह के खिलाफ हत्या से लेकर जमीन कब्जा करने तक सैकड़ों केसेस दर्ज हैं. केबल व्यवसायी पवित्र मैत्रेय की हत्या का भी वह मुख्यारोपी है. साल 2011 में सदर थाना क्षेत्र में हुई बसपा जिला पंचायत सदस्य संजय गुर्जर की हत्या में भी बद्दो वॉन्टेड है. इतना ही नहीं, एडवोकेट देवेंद्र गुर्जर हत्याकांड में बद्दो को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है. आप समझ सकते हैं बद्दो पश्चिमी यूपी का कितना बड़ा माफिया है.