अगरतला (मा.स.स.). माणिक साहा त्रिपुरा के 11वें मुख्यमंत्री बने हैं। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने दरबार हॉल में एक सादे समारोह में साहा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। साहा ने अकेले ही शपथ ली क्योंकि मुख्यमंत्री के अचानक बदलने के बाद विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के बीच बड़े पैमाने पर कथित असंतोष के कारण पार्टी ने अभी तक उनके कैबिनेट सदस्यों की सूची को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।
त्रिपुरा में 2018 में पहली बार भाजपा की सरकार बनी थी, जिसके बाद बिप्लब को मुख्यमंत्री बनाया गया था। सूत्रों के मुताबिक, पिछले महीने करीब 14 भाजपा के विधायकों ने गुट बनाकर हाईकमान से शिकायत की थी। हर बार बिप्लब देब की काबिलियत को लेकर निशाना साधा गया। हालांकि, उस वक्त कोई फैसला नहीं लिया गया था। अब चुनाव को देखते हुए पार्टी ने सख्त कदम उठा लिया है। त्रिपुरा में युवा बिप्लब कुमार देब की जगह अधिक उम्र वाले डेंटल सर्जन माणिक साहा को मुख्यमंत्री नियुक्त करने के फैसले को कई लोग रणनीतिक लिहाज से अहम इस पूर्वोत्तर राज्य में ‘दोबारा जड़ें जमाने की बीजेपी की बड़ी कवायद’ के तौर पर देख रहे हैं। त्रिपुरा में साल 2023 में विधान सभा चुनाव होगा।
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