नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही सोशल मीडिया पर सियासी दुष्प्रचार के मामलों में तेजी आई है। इसी संदर्भ में वायरल हो रही एक तस्वीर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के साथ देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच की यह मुलाकात की हालिया तस्वीर है। ओवैसी के साथ मोहन भागवत की यह तस्वीर एडिटेड और फर्जी है। दिल्ली में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की पोती की शादी के कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की मुलाकात हुई थी। इसी तस्वीर को एडिट कर मुलायम सिंह यादव की जगह ओवैसी की तस्वीर लगा दी गई और फिर इसे सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया गया।
वायरल पोस्ट में दो तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है। पहली तस्वीर में एक ही सोफा पर संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ असदुद्दीन ओवैसी साथ बैठे हुए नजर आ रहे हैं, जबकि दूसरी तस्वीर में उसी सोफे पर मोहन भागवत और मुलायम सिंह यादव साथ बैठे हुए नजर आ रहे हैं। रिवर्स इमेज सर्च में हमें कई न्यूज रिपोर्ट्स में यह तस्वीर मिली, जिसमें मुलायम सिंह यादव और संघ प्रमुख मोहन भागवत साथ बैठे हुए नजर आ रहे हैं। सभी न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, संघ प्रमुख मोहन भागवत और मुलायम सिंह यादव की मुलाकात नई दिल्ली में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की पोती निहारिका के विवाह समारोह से संबंधित कार्यक्रम के दौरान हुई थी। इस तस्वीर के सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से समाजवादी पार्टी पर हमला बोला था।
समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से इस तस्वीर के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि जिस कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव और संघ प्रमुख मोहन भागवत की मुलाकात हुई, उसी कार्यक्रम में कांग्रेस की सहयोगी एनसीपी के नेताओं ने भी नेताजी का आशीर्वाद लिया था, लेकिन कांग्रेस राजनीतिक शिष्टाचार को पूरी तरह से भूल चुकी है। हमारी अब तक की पड़ताल से यह स्पष्ट है कि नई दिल्ली में सोमवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की पोती की शादी के कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत और समाजवादी पार्टी के पूर्व संरक्षक मुलायम सिंह यादव की शिष्टाचार मुलाकात हुई थी और इस कार्यक्रम में अन्य नेता भी मौजूद थे।
साभार : विश्वास न्यूज़