जयपुर (मा.स.स.). राजस्थान में कांग्रेस के चिंतन शिविर से पहले सियासी उठा-पटक तेज हो गई है। 7 दिन पहले सचिन पायलट ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने की अटकलें लगाई जा रही है। राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार चल रही है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में सचिन पायलट ने नई दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि सचिन पायलट ने सोनिया गांधी से साफ शब्दों में कह दिया कि यदि राजस्थान में कांग्रेस सरकार रिपीट करनी है तो अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाना ही होगा। एनडीटीवी के मुताबिक पायलट ने खुद को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है। पायलट से पहले सोनिया गांधी ने सीएम अशोक गहलोत को नई दिल्ली में मुलाकात के लिए बुलाया था। वहीं पांच दिन पहले ही सीएम गहलोत ने जयपुर में एक कार्यक्रम में कहा था कि मेरा इस्तीफा तो परमानेंट सोनिया गांधी के पास रखा हुआ है।
2020 में सचिन पायलट अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 18 विधायकों के साथ गुरुग्राम के एक रिसॉर्ट में चले गए थे। हालांकि हाईकमान के दखल के बाद मामला शांत हुआ था। कांग्रेस ने विवाद सुलझाने के लिए अजय माकन, प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल के नेतृत्व में एक कमेटी भी बनाई थी।