– लोकेश प्रताप सिंह महाकुंभ का जितना पौराणिक, धार्मिक महत्व है, उतना ही सामाजिक, सांस्कृतिक एवं लोकमांगलिक महत्व भी है। कुम्भ में विभिन्न मत, पंथ सम्प्रदाय, पूजा पद्धतियों से जुड़े लोग एक परिसर में लोकमंगल की कामना के साथ चिंतन, मंथन व आराधन करते हैं। आज जब विकास की अंधी …
Read More »विक्रमादित्यावतार योगी
-लोकेश प्रताप सिंह बेशक उन्होंने राजा विक्रमादित्य की भांति गऊ माता की निशानदेही पर लुप्त अयोध्या पुनः नहीं बसायी, लेकिन अयोध्या के प्राचीन गौरव को वापस लाने में उनके विश्व व्यापी प्रयास को कमतर भी नहीं आंका जा सकता। कथा है कि राजा विक्रमादित्य शिकार खेलते हुए सरयू तीरे पहुंचे …
Read More »जाहरवीर ने शुरू करवाई थी घर वापसी परम्परा
-लोकेश प्रताप सिंह गुरू गोरखनाथ के आशीष से अवतरित प्रख्यात संत बाबा जाहरवीर गोगा जी की सिद्धि व् प्रयास लोककल्याण व् सामाजिक समरसता को समर्पित रहा। दुत्कारे गए लोगों को अपनाने के लिए उन्हें तिरस्कार भी सहना पड़ा। दिल्ली के छज्जूपुर में आयोजित गोगाजी जागरण समारोह में गोरक्ष पीठाधीशवर बाबा …
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