नई दिल्ली (मा.स.स.). राज्यसभा चुनाव में दो प्रदेशों के परिणाम पहले आ गए थे. राजस्थान में भाजपा को झटका लगा था. लेकिन देर रात उसने इसका बदला हरियाणा और महाराष्ट्र से ले लिया. जहां हरियाणा में कांग्रेस के बड़े नेता अजय माकन हार गए, तो वहीं महाराष्ट्र में सत्ताधारी शिवसेना गठबंधन के चौथे प्रत्याशी को जीत नहीं दिला सका.
हरियाणा में राज्यसभा की 2 सीटों के लिए चुनाव हुआ था. एक सीट भाजपा की पक्की थी. दूसरी के लिए भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा का मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन के साथ था. पहले कांग्रेस ने माकन की जीत का दावा किया, लेकिन बाद में जब चुनाव परिणाम आया, तो कार्तिकेय को सफलता मिली. इसी तरह महाराष्ट्र में भाजपा को 2 सीट और शिवसेना गठबंधन को 3 सीट मिलना पक्का था. पेंच एक सीट को लेकर फंसा था. दिन की शुरूआत से ही यह समाचार आने लगा था कि चौथी सीट को लेकर शरद पावर और उद्धव ठाकरे की पार्टी में मतभेद है. परिणाम आने के बाद इसकी पुष्टि भी हो गई. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस को एक-एक सीट मिली. शिवसेना का दूसरा प्रत्याशी चुनाव हार गया.
महाराष्ट्र में शिवसेना के दूसरे प्रत्याशी की हार के लिए पार्टी प्रवक्ता संजय राउत उनके उम्मीदवार को मिले वोट के अमान्य होने को जिम्मेदार बता रहे हैं. लेकिन परिणाम जिसके हक़ में आ गया, जीता हुआ तो वही माना जायेगा. इसके पीछे का कारण चाहे कुछ भी हो.