अंक विज्ञान, मूलांक, भाग्यांक और नामांक तीन तथ्यों पर आधारित हैं मूलांक का तात्पर्य जातक के जन्म की तारीख के अंकों के योग से है। भाग्यांक का तात्पर्य जन्म की तारीख, माह और सन् के अंकों के योग से है तथा नामांक का अर्थ जातक के नाम के प्रतयेक अक्षर …
Read More »रत्न विचार
विभिन्न ग्रहों के रत्न शुक्ल पक्ष में संबंधित ग्रह के दिन धारण करना चाहिए। यदि उस दिन चंद्रमा उसी ग्रह के नक्षत्र में गोचर कर रहा हो तो वह सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त होगा। विभिन्न रत्नों के धारण हेतु कौन सा नक्षत्र शुभ होगा? विवरण: – माणिक्य – कृतिका, उ.फा., उ.षा., …
Read More »श्रीरामचरितमानस में ज्योतिष
मानस के दोहे-चौपाइयों को सिद्ध करने का विधान यह है कि किसी भी शुभ दिन अष्टांग हवन के द्वारा मंत्र सिद्ध करना चाहिये। फिर जिस कार्य के लिये मंत्र-जप की आवश्यकता हो, उसके लिये नित्य जप करना चाहिये। वाराणसी में भगवान् शंकर के मानस की चौपाइयों को मंत्र-शक्ति प्रदान की …
Read More »पितृदोष – पहचान और निवारण
अपने पूर्वजों के किये पापों का फल जब उसके वंश में किसी एक जातक को भोगना पड़ता है तो उसे पितृदोष कहा जाता है। महाराज दशरथ ने श्रवण को तीर मारने पर श्रवण के माता-पिता ने शाप दे दिया, ‘‘जैसे हम पुत्र-वियोग में मर रहे हैं, वैसे आप भी पुत्र …
Read More »स्वतंत्रता पूर्व की कांग्रेस और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
– सारांश कनौजिया जब भी भारत की स्वतंत्रता के संग्राम की बात आती है. कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि कांग्रेस नहीं होती तो हम गुलाम ही बने रहते. किन्तु क्या यही सत्य है. कांग्रेस के पास इसको साबित करने के लिए कई ऐतिहासिक दस्तावेज हैं. बहुत सी पुस्तकें हैं. …
Read More »हमारा संविधान – क्या भूल गए हम पुरानी शासन प्रणाली
– सारांश कनौजिया भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है. इस बात पर हम सभी को गर्व है. लेकिन ये संविधान बना कैसे? इसमें कौन से नियम रखने चाहिए और कौन से नहीं इसका निर्णय कैसे लिया गया? इन बातों की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है. तभी …
Read More »भारत का स्वतंत्रता संग्राम
– सारांश कनौजिया 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से पहले अग्रेजों से हुए संघर्ष ऐसा माना जाता है कि 1857 में भारतीय स्वतंत्रता के लिए पहला संग्राम हुआ था। लगभग पूरे देश में एक साथ इतना बड़ा विद्रोह संभवतः पहली बार हुआ हो लेकिन इसका एक दूसरा पक्ष भी है। …
Read More »जानिए आज कहां है रामायण में वर्णित सुमेरु पर्वत
– सारांश कनौजिया हिन्दू धार्मिक ग्रंथों में जम्बूद्वीप का नाम आता है. इस क्षेत्र में आज के एशिया का बढ़ा भाग समाहित होने के प्रमाण मिलते हैं. यद्यपि कुछ लोगों का मानना है कि उस समय पृथ्वी पर जहां तक मानव सभ्यता का विकास था, वो पूरा स्थान जम्बूद्वीप के …
Read More »भक्ति आंदोलन के कुछ महान संत
– सारांश कनौजिया जब-जब भारतीय समाज अधर्म के रास्ते पर चलने लगता है, संत समाज उन्हें सही दिशा दिखाता है. यही संत समाज का कार्य है. भारत पर आक्रान्ताओं के आक्रमण आज से लगभग 2500 वर्ष पूर्व शुरू हो गए थे. किन्तु उस समय आक्रांता देश को लूटने आते थे. …
Read More »आज का हास, परिहास और उपहास – चुटकुले
कुछ शादीशुदा लोग भी धरने पर बैठ गए हैं, बोल रहे हैं शादी में भी अग्निपथ स्कीम लागू करो! ??♂️???? मैं यह ग्रुप छोड़ रहा हूँ। ? यदि संभव होगा तो मैं भविष्य में कुछ समय बाद फिर से आपका साथ देने के लिए वापस आऊँगा । लेकिन अब …
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