इम्फाल (मा.स.स.). सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) ने आज मणिपुर के इंफाल में एमएसएमई की वृद्धि व विकास पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। इसका उद्देश्य एमएसएमई क्षेत्र के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं और नीतियों के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना था।
संगोष्ठी को केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नारायण राणे ने संबोधित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों के कारण मणिपुर आसियान के प्रमुख प्रवेश द्वार के रूप में सामने आएगा। एमएसएमई मंत्रालय के प्रौद्योगिकी केंद्रों में से एक की स्थापना व नए दिशानिर्देशों के तहत उत्तर पूर्वी (एनई) क्षेत्र और सिक्किम में एमएसएमई को प्रोत्साहन (प्रमोशन) नामक योजना के कार्यान्वयन से एनई क्षेत्र के लिए मणिपुर को एक महत्वपूर्ण आयात- निर्यात केंद्र बनाने में और अधिक योगदान मिलेगा।
इस अवसर पर एमएसएमई मंत्रालय ने मणिपुर सरकार के वस्त्र, वाणिज्य, उद्योग और पर्यटन विभाग व व्यापार प्राप्य छूट प्रणाली (ट्रेड्स) के तीन मंचों – इनवॉइसमार्ट, एम1एक्सचेंज और आरएक्सआईएल के साथ एमएसएमई के प्रदर्शन को बढ़ाने व इसे तेज करने (आरएएमपी) के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। सूक्ष्म और लघु उद्यमों ने विभिन्न श्रेणियों के उत्पादों का प्रदर्शन किया। इस आयोजन के दौरान एमएसएमई मंत्रालय और मणिपुर के राज्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।