शुक्रवार, नवंबर 22 2024 | 07:24:24 PM
Breaking News
Home / राष्ट्रीय / सीएसआईआर-एनपीएल एक सप्ताह तक आम जनता के लिए खुला रहेगा

सीएसआईआर-एनपीएल एक सप्ताह तक आम जनता के लिए खुला रहेगा

Follow us on:

नई दिल्ली (मा.स.स.). क्या आप जानते हैं कि सीएसआईआर – एनपीएल भारतीय मानक समय (आईएसटी) का संरक्षक है, जो सीज़ियम परमाणु घड़ियों और हाइड्रोजन मेसर से युक्त परमाणु टाइमस्केल का उपयोग करके उत्पन्न होता है। इतना ही नहीं, आईएसटी को अत्यंत सटीक उपग्रह लिंक का उपयोग करके अंतरराष्ट्रीय संदर्भ समय यूटीसी (समन्वित यूनिवर्सल टाइम) के कुछ नैनोसेकंड के भीतर पता लगाने योग्य रखा जाता है। आइए और देखें कि सीएसआईआर – एनपीएल देश के समय की सटीकता को कैसे बनाए रखता है।

क्या आप जानते हैं कि सीएसआईआर – एनपीएल वायुमंडलीय प्रदूषण की निगरानी के लिए गैस और वायुजनित कणों के मापन को मानकीकृत करता है ? क्या आप जानते हैं कि अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले मतदाताओं को चिहिन्त करने के लिए चुनावों के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली ‘चुनाव स्याही’ या ‘अमिट स्याही’ 1952 में सीएसआईआर – एनपीएल में विकसित की गयी थी और इसे भारतीय लोकतंत्र में सबसे महत्वपूर्ण योगदानों मे से एक माना जाता है । क्या आप जानते हैं कि सीएसआईआर एनपीएल ने भारत में प्रतिदिन भारी मात्रा में उत्पन्न कचड़े को पुनर्चक्रित(रिसायकल) कर बहुरंगी टाइलें बनाने की तकनीक विकसित की है ।

अब समय आ गया है कि सीएसआईआर एनपीएल में विज्ञान के इन सभी चमत्कारों से प्रत्यक्ष परिचय प्राप्त किया जाए, जो 17 से 21 अप्रैल, 2023 तक “वन-वीक, वन लैब” कार्यक्रम के तहत आम जनता के लिए खोल रहा है । मंत्री (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी) डॉ. जितेंद्र सिंह ने हाल ही में “वन वीक, वन लैब” नामक एक अनूठे अभियान की घोषणा की, जिसमें वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की सभी प्रयोगशालाएं न केवल अपनी प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करने के लिए आमजन तक पहुंचेंगी बल्कि डीप टेक वेंचर्स के माध्यम से अवसरों की तलाश करने के लिए युवा इनोवेटर्स, छात्रों, स्टार्ट-अप्स, शिक्षाविदों और उद्योग जगत को प्रेरित करेगी।

“वन वीक, वन लैब” अभियान में, सीएसआईआर के विभिन्न संस्थान, नागरिकों के लिए अपने विशेष नवाचारों और तकनीकी उपलब्धियों का प्रदर्शन प्रत्येक सप्ताह में करेंगे । सीएसआईआर की प्रयोगशालाएं अद्वितीय हैं और विशिष्ट क्षेत्रों में विशेषज्ञ हैं, जो जीनोम से लेकर भूविज्ञान, खाद्य पदार्थ से लेकर ईंधन, खनिजों से लेकर पदार्थ विज्ञान आदि तक फैले हुए हैं। सीएसआईआर – एनपीएल के निदेशक प्रोफेसर वेणुगोपाल आचंटा ने कहा – “सीएसआईआर – राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (एनपीएल) 17 से 21 अप्रैल, 2023 तक “वन वीक, वन लैब” कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य संभावित हितधारकों के बीच एनपीएल में उपलब्ध प्रौद्योगिकी और सेवाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है, सामाजिक समस्याओं के समाधान, सटीक माप के महत्व के बारे में जनता को जागरूक करने और जनता के बीच वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने के लिए, विशेष रूप से छात्रों के बीच, जो देश का भविष्य हैं।“

सीएसआईआर – राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (NPL-India) संसद के अधिनियम द्वारा भारत का राष्ट्रीय  मापिकी संस्थान (NMI) के तौर पर अधिदेशित है और यह “राष्ट्रीय मानकों” का संरक्षक है  तथा देश की आवश्यकताओं के लिए मापन के प्रसार की जिम्मेदारी है। सीएसआईआर – एनपीएल तत्परता से भारत के माप मानकों के विकास में संलग्न हैं, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत हैं और मापन क्षमताओं को उद्योग, सरकार, रणनीतिक क्षेत्र और शिक्षा जगत में प्रसारित कर रहे हैं, जो भारत की समृद्धि और जीवन की गुणवत्ता को रेखांकित करते हैं। यह भारतीय मानक समय (आईएसटी) के प्रसार – कार्य  सहित  प्राथमिक मानकों लंबाई, द्रव्यमान, तापमान आदि के मापन मानकों को संरक्षित और अनुरक्षित रखता है। एनपीएल भविष्य के क्वांटम मानकों और भावी तकनीकों को स्थापित करने के मिशन के साथ बहु-विषयक अनुसंधान एवं विकास का संचालन कर रहा है, ताकि भारत अंतरराष्ट्रीय मापन प्रयोगशालाओं के समतुल्य रहे। यह उभरते हुए भारत की लगातार बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए “मेक इन इंडिया” कार्यक्रम के तहत परिष्कृत विश्लेषणात्मक उपकरण (अर्थात आयात विकल्प) विकसित कर रहा है और “स्किल इंडिया” कार्यक्रम के तहत मापन के क्षेत्र में युवा वैज्ञानिकों और उद्योग कर्मियों को प्रशिक्षण दे रहा है।

प्रोफेसर आचंटा ने कहा – “सीएसआईआर-एनपीएल के “वन वीक, वन लैब” कार्यक्रम में कई अलग-अलग गतिविधियां शामिल हैं, जो 14 अप्रैल, 2023 (शुक्रवार, दोपहर 12 बजे) को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (पीसीआई), नई दिल्ली में प्रेस मीट से शुरू होंगी। अभियान का उद्घाटन 17 अप्रैल को माननीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा डॉ. एन. कलैसेल्वी, महानिदेशक – सीएसआईआर, की उपस्थिति में किया जाएगा। उद्घाटन दिवस का प्रमुख फोकस स्कूल/कॉलेज के छात्रों के साथ बातचीत है। कार्यक्रम में दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्र भाग लेंगे। क्विज (प्रश्नोत्तरी) प्रतियोगिता और प्रयोगशाला परिभ्रमण दिन के लिए निर्धारित कई गतिविधियों में से कुछ हैं। छात्रों को एनपीएल वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा।“

18 से 20 अप्रैल तक तीन दिवसीय स्टार्ट-अप/एमएसएमई/इंडस्ट्री मीट होगी। इस आयोजन का उद्देश्य एनपीएल द्वारा उद्योगों को प्रदान की जाने वाली विभिन्न सेवाओं का प्रदर्शन करना है। इस आयोजन में, सभी हितधारकों को आमंत्रित किया गया है, जिन्हें एनपीएल ने तकनीकी सहायता/परामर्श/सेवा प्रदान की है या मदद की है। इस आयोजन के दौरान प्रत्येक दिन लगभग 20 से अधिक उद्योग शामिल होंगे, जहां वे न केवल अपनी प्रौद्योगिकियों/सेवाओं (जहां एनपीएल ने योगदान दिया है) का प्रदर्शन करेंगे, बल्कि एनपीएल की वैज्ञानिक और तकनीकी सहायता के बारे में भी बात करेंगे। नवाचार ढांचे और पारिस्थितिकी तंत्र से संबंधित कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और विकास के लिए 04 नए उद्योग भागीदारों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे ।

19 अप्रैल को मापिकी/मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा, जहां सीएसआईआर – एनपीएल में मापिकी में नवोन्नति (Advances in Metrology) पर एक पॉकेट बुकलेट जारी की जाएगी। मापिकी के क्षेत्र में सीएसआईआर-एनपीएल की भूमिका और प्रयास, भविष्य के लिए रोड मैप और विकासशील राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग, पैनल चर्चा आदि मैट्रोलोजी कॉन्क्लेव की अन्य विशेषताएं हैं। 20 अप्रैल को विज्ञान,प्रौद्यौगिकी,इंजीनियरिंग व मेडिकल (एसटीईएम) में महिलाएं और अनुसंधान एवं विकास कॉन्क्लेव आयोजित करने की योजना है, जहां एनपीएल परिवार के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और पूर्व छात्र अपनी दृष्टि साझा करेंगे तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हाल की प्रगति में सीएसआईआर – एनपीएल की भूमिका का उल्लेख/प्रदर्शन  करेंगे।

उपर्युक्त आयोजन के दौरान इस एकदिवसीय कार्यक्रम का फोकस महिला सशक्तिकरण पर होगा और महिला वैज्ञानिकों द्वारा एसटीईएम करियर में महिलाओं के लिए अनुसंधान और विकास में चुनौतियों और अवसरों में वर्तमान प्रवृत्ति पर चर्चा करने के लिए गतिविधियां आयोजित की जाएगी। साथ ही, भारत में प्रसिद्ध महिला वैज्ञानिकों के योगदान को प्रदर्शित करने के लिए वृत्तचित्र फिल्म भी दिखायी जाएगी। 21 अप्रैल को एक दिवसीय स्किल कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। कॉन्क्लेव का मुख्य फोकस सीएसआईआर – एनपीएल के कौशल कार्यक्रम के बारे में जनता को जागरूक/शिक्षित करना है और हमारे जीवन के सभी पहलुओं से संबंधित क्षेत्रों में विभिन्न विशेषज्ञ व्याख्यान और कौशल प्रदर्शनों की मेजबानी करके स्थानीय लोगों को प्रेरित करना है। सीएसआईआर-एनपीएल देश में विभिन्न उद्योगों, शिक्षा जगत और समाज हेतु आवश्यक कुशल श्रमशक्ति को प्रशिक्षित करने के लिए समय-समय पर ऐसे कई कार्यक्रम आयोजित करता है ।

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

भारत में रोजगार के संदर्भ में बदलना होगा अपना नजरिया

– प्रहलाद सबनानी भारतीय प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार समिति की सदस्य सुश्री शमिका रवि द्वारा …