चंडीगढ़. हरियाणा के अंबाला से BJP के लोकसभा सांसद रतन लाल कटारिया का निधन हो गया है। उन्होंने बीती रात PGI चंडीगढ़ में अंतिम सांस ली। वे पिछले कई दिनों से निमोनिया के चलते PGI में भर्ती थे। उनकी अंतिम यात्रा पंचकूला के मनसा देवी कॉम्प्लेक्स सेक्टर-4 से निकलेगी। दोपहर में ही अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। 4 मई को उन्होंने PGI में शादी की 40वीं सालगिरह मनाई थी। वह 50 वर्षों से RSS से जुड़े हुए थे। सांसद कटारिया के निधन पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शोक जताते हुए हरियाणा में एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और BJP अध्यक्ष JP नड्डा ने भी उनके निधन पर दुख जताया है। नड्डा ने लिखा है कि कटारिया जी, आजीवन जनसेवा, सामाजिक न्याय व संगठन के लिए समर्पित रहे। उनके रूप में हमने एक सच्चा जनसेवक खोया है।
रतनलाल कटारिया का जिला यमुनानगर के गांव संधाली में जन्म 19 दिसंबर 1951 को हुआ। पिता ज्योति राम और माता परिवारी देवी की संतान रतन लाल कटारिया के परिवार में पत्नी बंतो कटारिया के अलावा एक बेटा तथा 2 बेटियां हैं। कटारिया ने कैंट के SD कॉलेज से BA ऑनर्स करने के बाद कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस और LLB की पढ़ाई की। 50 वर्षों से अधिक समय तक RSS से जुड़े रहे और हरिजन कल्याण निगम के अध्यक्ष और गुरु रविदास सभा के अध्यक्ष भी रहे। मई 2019 में उन्हें केंद्रीय जल शक्ति व सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री बनाया गया। कटारिया 1985 में रादौर विधानसभा से विधायक रहे। इसके अलावा रतन लाल हरियाणा सरकार में रेवेन्यू मिनिस्टर और 1996 वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन के चेयरमैन रहे। रतन लाल कटारिया 13 वर्ष की आयु में बाल कलाकार के रूप में प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु से सम्मानित हुए। उनका एक बेटा और 2 बेटी हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में अंबाला सीट पर भाजपा ने रतन लाल कटारिया पर तीसरी बार दांव खेला था। तजुर्बे और पुराने चेहरे के चलते ही भाजपा ने कटारिया को अंबाला लोकसभा आरक्षित सीट से मैदान में उतारा। हालांकि, इसी सीट से राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा से वह लगातार 2 बार हार चुके थे, लेकिन 2019 में कुमारी सैलजा को हराकर उन्होंने पुरानी हार का बदला भी ले लिया था। इससे पहले वर्ष 2014 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार वाल्मीकि को हराया था। कटारिया 1999 में भी अंबाला से सांसद रह चुके हैं। सीएम मनोहर लाल ने ट्वीट कर कहा ‘पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री एवं अंबाला से सांसद रतन लाल कटारिया के निधन से मन अत्यंत दुःखी है। समाज के हित और हरियाणा के लोगों की उन्नति के लिए उन्होंने हमेशा संसद में आवाज़ उठाई। उनका चले जाना राजनीति के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और परिवार को इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करें।
साभार : दैनिक भास्कर
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