नई दिल्ली (मा.स.स.). भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में भाजपा महिला मोर्चा द्वारा आयोजित महिला केंद्रित 15 फ्लैगशिप योजनाओं के ट्रेनिंग प्रोग्राम – ‘कमल मित्र’ को लॉन्च किया। नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा मातृ सशक्तिकरण के लिए उठाये गए क़दमों और योजनाओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि आजादी के 70 सालों में मातृ सशक्तिकरण के जितने काम नहीं हुए, उससे कहीं अधिक कार्य विगत 9 वर्षों में नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल में हुए हैं। कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के साथ भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानिती श्रीनिवासन, महिला मोर्चा प्रभारी एवं राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम सहित महिला मोर्चा के सभी पार्टी पदाधिकारी और बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता उपस्थित थीं। इस कार्यक्रम से सभी प्रदेश कार्यालय से प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा के पदाधिकारी एवं सदस्य भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ी रही। कार्यक्रम का लक्ष्य एक लाख कमल मित्र बनाने का है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि कुछ दिन पहले ही महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानिती श्रीनिवासन जी ने मुझे बताया था कि प्रत्येक लोक सभा में 200 कमल मित्र बनाने की परिकल्पना बनाई गई है और हम देश भर में एक लाख कमल मित्र बनाने का लक्ष्य लेकर निकले हैं जो महिला केंद्रित 15 योजनाओं की जानकारियां लाभार्थियों को बताएँगे और उन्हें योजना से जोड़ेंगे। आज यह कार्यक्रम लॉन्च हुआ है। इसमें प्रोफेशनल्स को जोड़ा गया है। ख़ास बात ये है कि इसके डॉक्यूमेन्ट्स को क्षेत्रीय भाषाओं में भी अनुदित किया गया है। उन्होंने कमल मित्र को तैयार करने वाली टीम से ट्रेनिंग में गुणवत्ता पर जोर देने को कहा। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि काफी लंबे समय तक नीति निर्धारकों ने महिला सशक्तिकरण की बात तो की लेकिन लास्ट माइल डिलीवरी में बहुत बड़ा गैप रहा। प्रधानमंत्री जी लास्ट माइल डिलीवरी पर फोकस कर रहे हैं और अंतिम पायदान पर खड़ी अंतिम महिला तक योजनाओं को पहुंचाया जा रहा है, सरकार की मदद पहुंचाई जा रही है और उन्हें सशक्त बनाया जा रहा है। योजनाएं पहले भी थीं लेकिन उसका फायदा महिलाओं को सीधे नहीं मिल पाता था। आज स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों में योजनाएं नीचे तक उतर रही हैं। फर्टिलिटी रेट कम हो रहा है, शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर में भी कमी आ रही है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि योजनाओं की इफेक्टिविटी को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
नड्डा ने जल जीवन मिशन की चर्चा करते हुए कहा कि ‘हर घर नल से जल दूर-दराज में रहने वाले लोगों को ताकत दे रहा है। इस योजना से महिला सशक्तिकरण हो रहा है। लगभग 12 करोड़ घरों में नल से जल पहुँच रहा है। ज़रा सोचिये कि यदि 12 करोड़ घरों में नल से जल नरेन्द्र मोदी सरकार में पहुंचना शुरू हुआ है तो पहले क्या स्थिति होगी? इसी तरह उज्ज्वला योजना की बात करें तो यह केवल गैस कनेक्शन नहीं है बल्कि यह महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ महिलाओं के स्वास्थ्य में भी सुधार लाने में सहायक हो रहा है। अब तक लगभग 9.5 करोड़ महिलाओं को गैस कनेक्शन दिया गया है। स्वच्छ भारत अभियान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान की घोषणा प्रधानमंत्री जी ने जब लाल किले की प्राचीर से की तो कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियों ने इसका मजाक उड़ाया क्योंकि वे धरती से इतने कटे हुए थे कि उन्हें जमीनी हकीकत पता ही नहीं थी। नरेन्द्र मोदी सरकार के 9 साल में लगभग साढ़े 11 करोड़ इज्जत घर बने। पहले महिलायें खुले में शौच करने को विवश थीं। ज़रा सोचिये, वे किस प्रकार का जीवन जी रही थीं। सौभाग्य योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी देश में 18 हजार से अधिक गाँव और करोड़ों घर बिजली से वंचित थे। मोदी सरकार की इस सौभाग्य योजना के तहत लगभग 2.60 करोड़ से अधिक घरों में बिजली पहुंचा है। अब सुबह में बिजली के लिए आवेदन दिया जाता है तो शाम तक कनेक्शन लग जाता है। यह परिवर्तन आया है। जब एक घर में बिजली आती है तो महिला सशक्तिकरण होता है, बच्चों को पढ़ने का अवसर मिलता है।
महिला सशक्तिकरण में सहायक नरेन्द्र मोदी सरकार की अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कौशल विकास योजना के माध्यम से लगभग 40 प्रतिशत महिलाओं को सर्टिफिकेट मिला है। मुद्रा योजना का लगभग 68 प्रतिशत लाभ महिलाओं को मिला है। स्टैंड-अप इंडिया कार्यक्रम का लगभग 81 प्रतिशत लाभ मातृशक्ति को हुआ है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना में लगभग 55 प्रतिशत एकाउंट महिलाओं के खुले। प्रधानमंत्री आवास योजना में लगभग 58 प्रतिशत घरों का मालिकाना हक़ अब महिलाओं के पास है। भारत में पहली बार नरेन्द्र मोदी सरकार में महिलाओं को डिफेंस में परमानेंट कमीशन मिलना शुरू हुआ है। अब डिफेंस में महिलाओं को कॉम्बैट ट्रेनिंग मिलना शुरू हुआ है। अब नेशनल डिफेंस एकेडमी में महिलाओं को एडमिशन मिलना शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज महिलायें किसी से कम नहीं हैं। अब महिलायें बराबरी नहीं बल्कि हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। जेपी नड्डा ने कहा कि मातृ सशक्तिकरण के इस माहौल में ‘कमल मित्र’ बना कर आप अधिक से अधिक महिलाओं तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने की कोशिश करते हैं तो यह एक बहुत ही अच्छा कदम है। आजादी के अमृतकाल में आपको विकसित भारत बनाने में सहयोग करने का एक पुनीत अवसर मिल रहा है। आजादी के 75 साल हुए हैं और अगले 25 वर्षों में हमें ‘विकसित भारत’ बनाने के लिए एकजुट हो जाना है। यह हम सबके लिए सौभाग्य की बात है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में भी नीतिगत सुधार हुए हैं। सुरक्षित मातृत्व की दिशा में नरेन्द्र मोदी सरकार ने बहुत बड़ा कदम उठाया है। अब जब महिलायें गर्भवती होती हैं तो उस दिन से लेकर उनकी गर्भावस्था के दौरान सभी तरह की जांच से लेकर सभी टीकाकरण, डिलवरी के पहले फ्री ट्रांसपोर्टेशन, डिलीवरी के बाद फ्री ट्रांसपोर्टेशन और उसके साथ-साथ आर्थिक सहायता भी केंद्र सरकार की ओर से दी जा रही है। यदि इसके बाद भी कोई समस्या हो जाए तो उसे फिर से हॉस्पिटल लाकर इलाज करना, यह जिम्मेदारी भारत सरकार उठा रही है। साथ ही, नवजात शिशु का 12 तरह के टीकाकरण आदि की जिम्मेदारी भी केंद्र सरकार उठा रही है। कहना यह बहुत आसान है किंतु यह कितनी बड़ी योजना है और किस तरह जिम्मेवारी के साथ की जा रही है, यह अपने आप में एक मिसाल है। कोई टीका तीसरे महीने में लगता है, कोई दसवें महीने में, कोई दो साल-पांच साल पर। ये सभी कार्यक्रम भारत सरकार वैज्ञानिक तरीके से कर रही है। नड्डा ने कहा कि ये सभी योजनाएं महिला सशक्तिकरण के अनुपम उदाहरण हैं। भाजपा महिला मोर्चा इन योजनाओं की ट्रेनिंग देकर ‘कमल मित्र’ के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने का निर्णय लिया है, इसके लिए मैं भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानिती श्रीनिवासन जी एवं उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूँ। हम सब अपनी इफेक्टिविटी को चेक और री-चेक करते रहें। अक्सर हम अपने काम को रूटीन वर्क समझ लेते हैं, उसमें कितना सुधार कर सकते हैं, इस पर धयान नहीं देते। हमें इससे बाहर निकलना है और हमें हमेशा इनोवेटिव बने रहना है, इनोवेटिव तरीके से सोचना है। इनोवेटिव रहेंगे तो विचारों में ताजगी रहेगी और हमारी सोच में विस्तार होता जाएगा। हमें यह चिंतन करते रहना चाहिए कि जो काम हम कर रहे हैं, इसे और इंप्रूव कैसे करें और अपने रिजल्ड और कैसे बेहतर करें।
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