मुंबई. भारत की सबसे बड़ी IT सर्विसेस कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अपने 4 अधिकारियों को रिश्वत लेने के मामले में कंपनी से निकाल दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ये अधिकारी नौकरी देने के बदले स्टाफिंग फर्मों से कमीशन लेते थे। कंपनी में ऐसा पिछले कई साल से चल रहा था। मामले का खुलासा होने के बाद TCS ने तुरंत एक्शन लिया और रिसोर्स मैनेजमेंट ग्रुप (RMG) से 4 सीनियर एग्जीक्यूटिव्स को निकाल दिया। ग्लोबल हेड ईएस चक्रवर्ती को भी छुट्टी पर भेज दिया। कंपनी ने 3 स्टाफिंग फर्मों को ब्लैकलिस्ट किया है। इन स्टाफिंग फर्म्स और निकाले गए ऑफिसर्स का नाम अभी सामने नहीं आया है।
TCS को इस घोटाले के बारे में कैसे पता चला?
इस पूरे मामले का पता तब चला जब एक व्हिसलब्लोअर ने कंपनी के CEO और COO को एक लेटर लिखकर दावा किया कि RMG के ग्लोबल हेड ईएस चक्रवर्ती नौकरी देने के बदले स्टाफिंग फर्मों से रिश्वत लेते हैं। उसके बाद TCS ने आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई। इसमें चीफ इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी ऑफिसर अजीत मेनन भी शामिल थे।
घोटाले में शामिल लोगों ने 100 करोड़ रुपए कमाए
इस मामले से जुड़े एक एग्जीक्यूटिव ने कहा कि पिछले 3 साल में कंपनी ने कॉन्ट्रैक्टर्स सहित 3 लाख लोगों को काम पर रखा है। यह भी अनुमान लगाया है कि घोटाले में शामिल लोगों ने कमीशन के जरिए कम से कम 100 करोड़ रुपए कमाए हैं।
साभार : दैनिक भास्कर
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