मुंबई. केंद्रीय जांच एजेंसी ED यानी प्रवर्तन निदेशक द्वारा बैंक फ्रॉड से जुड़े मामले में सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारे में बेहद चर्चित घोटाला “वोट जिहाद” के नाम से चर्चित इस बैंक एकाउंट घोटाला मामले में अब केंद्रीय जांच की भी अब इंट्री हो गई है. जांच एजेंसी द्वारा 14 नवंबर की सुबह से ही इस मामले में 23 से ज्यादा लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है.
जांच एजेंसी के द्वारा गुजरात के अहमदाबाद में 13 लोकेशन पर, सूरत के 3 लोकेशन पर, महाराष्ट्र के मालेगांव और नासिक स्थित 2 लोकेशन पर इसके साथ ही मुंबई के पांच लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई को 14 नवंबर की सुबह करीब 6 बजे से ही सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. सर्च ऑपरेशन के दौरान कई हवाला कारोबारियों के लोकेशन पर भी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. जांच एजेंसी के वरिष्ठ सूत्र के मुताबिक इस मामले में उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश हरियाणा, गुजरात, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र से जुड़ा हुआ कनेक्शन है. जिसकी पड़ताल की जा रही है.
क्या है ये 153 बैंक के ब्रांच से जुड़ा “वोट जिहाद और बैंक अकाउंट घोटाला” का मामला?
मुंबई में पिछले कुछ समय पहले बीजेपी नेता किरीट सोमैया के द्वारा “वोट जिहाद” घोटाला मामले का खुलासा किया गया था, उनके द्वारा ये दावा किया गया था कि हवाला कारोबारियों के मार्फत मालेगांव में स्थित एक बैंक के मार्फत करीब 125 करोड़ रुपए जो अलग अलग बैंक खाते में आए थे, जिसे फिर अलग अलग खातों में ट्रांसफर करके उसका बंटवारा हुआ है. जिसका हवाला कारोबार से जुड़ा मामला है और उन पैसों को महाराष्ट्र चुनाव के पहले कई संदिग्ध तरीके से लेनदेन का आरोप लगा था .
इस बैंक एकाउंट घोटाला मामले में मुख्य आरोपी के तौर पर करीब 43 साल के सिराज अहमद हारून मेमन को जाना जाता है, जो चाय और कोल्ड ड्रिंक एजेंसी चलाने का काम करता है. इस आरोपी ने कई किसानों और अन्य शिकायत कर्ताओं से उसके मोबाइल सिम कार्ड, आधार कार्ड, पेन कार्ड इत्यादि लेकर उस दस्तावेजों के आधार पर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया था. दरअसल सिराज अहमद ने सैकड़ों किसानों और अन्य लोगों को एक नए मॉडल से कॉर्न का कारोबार करने और उस मॉड्यूल से कई गुना पैसे कमाने का सपना भी दिखाया गया था,उसके बाद उन लोगों के नाम से सिम कार्ड, आधार कार्ड इत्यादि लेकर करोड़ों रुपए का संदिग्ध लेनदेन वाला फर्जीवाड़ा के मामले को अंजाम दिया गया था.
बैंक घोटाले में कई बड़े नाम
जांच एजेंसी के वरिष्ठ सूत्र के मुताबिक इसी बैंक अकाउंट घोटाला मामले की शुरुआती तफ्तीश के दौरान NaMCo बैंक , धनराज एग्रो, गंगासागर एंटरप्राइजेज का नाम भी सामने आया है, जहां कई संदिग्ध तरीके से काफी बैंक खाता खोलने का आरोप लगा था. इस मामले में दर्ज FIR के मुताबिक 12 बैंक अकाउंट तो खुद सिराज अहमद ने अपने नाम और अपने दोस्तों, परिजनों के नाम पर खुलवाए थे. लेकिन सबसे बड़ी बात थी कि जो 14 बैंक खाते 23 सितंबर से लेकर 3 अक्टूबर के दौरान उसे ओपन किया गया था और महाराष्ट्र चुनाव से ठीक पहले जब अचानक उन खातों में करोड़ो रुपए आने और दूसरे खातों में ट्रांसफर होने लगे तब ये मामला जांच एजेंसी के रडार पर आया. जांच एजेंसी के द्वारा इस मामले में करीब 153 बैंक के ब्रांच से जुड़े मामले में तफ्तीश की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है. जिसका उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश हरियाणा, गुजरात, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र से जुड़ा हुआ कनेक्शन है.
साभार : न्यूज़24
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