बुधवार, दिसंबर 18 2024 | 09:40:19 PM
Breaking News
Home / राज्य / जम्मू और कश्मीर / डोडा और किश्तवाड़ में सेना की रैली भर्ती में जुटे भारी संख्या में स्थानीय निवासी

डोडा और किश्तवाड़ में सेना की रैली भर्ती में जुटे भारी संख्या में स्थानीय निवासी

Follow us on:

जम्मू. भारतीय सेना ने लद्दाख के सुदूर इलाकों को 4G टावरों से अब जोड़ दिया है। भारतीय सेना ने एयरटेल के साथ मिलकर इस पूरे कार्यसत्र में लद्दाख के 20 से अधिक सुदूर इलाकों में 4G कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया है। ये सभी इलाके 13,000 फीट से भी ऊपर हैं और यहां तापमान शून्य से 40 डिग्री नीचे है। बता दें कि विकसित भारत के तहत भारतीय सेना द्वारा लद्दाख के सुदूर इलाकों को 4G नेटवर्क से जोड़ा गया है। वहीं दूसरी तरफ जम्मू के डोडा और किश्तवाड़ में लगातार हुए आतंगी हमलों को बावजूद भारतीय सेना द्वारा रैली भर्ती की शुरुआत कर दी गई है।

जम्मू कश्मीर में सेना की रैली भर्ती

जम्मू कश्मीर के दूर-दराज इलाकों से आए कश्मीर युवक इस रैली भर्ती में जोरों-शोरों से हिस्सा ले रहे हैं। अभी तक इनकी संख्या 14 हजार से ज्यादा हो चुका है। आतंकवाद को डोडा और किश्तवाड़ के युवाओं ने रैली भर्ती में शामिल होकर जवाब दे दिया है। बता दें कि भारतीय सेना में शामिल होने के लिए रैली भर्ती में शामिल हुए इन युवाओं का वीडियो फुटेज भी जारी किया गया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैस हजारों की संख्या में युवा लड़के रैली भर्ती में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं और भारतीय सेना में शामिल होने को लेकर उनके भीतर उत्साह भी देखने को मिल रहा है।

आतंक पर सेना का प्रहार

बता दें कि आए दिन जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले देखने को मिल रहे हैं और भारतीय सेना द्वारा आतंकी हमलों का बखूबी जवाब दिया जा रहा है। इस बीच पिछले तीन सालों में सीमावर्ती जिलों राजौरी और पुंछ में घातक हमलों के बाद इस साल आतंकवादी गतिविधियां जम्मू क्षेत्र के 6 अन्य जिलों में फैल गईं, जिनके कारण 18 सुरक्षाकर्मियों और 13 आतंकवादियों समेत 44 लोगों की मौत हुई। बता दें कि इस साल रियासी, डोडा, किश्तवाड़, कठुआ, उधमपुर और जम्मू में सिलसिलेवार रूप से आतंकी घटनाएं देखने को मिली थीं। हालांकि सुरक्षाबलों द्वारा लगातार आतंक पर प्रहार किया जा रहा है।

साभार : इंडिया टीवी

भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

सारांश कनौजिया की पुस्तकें

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

एलओसी के पास पुंछ में दिखी संदिग्ध आतंकवादी गतिविधि, तलाश जारी

जम्मू. जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास संदिग्ध गतिविधि …