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मैं राजनीति के लिए नहीं बल्कि राष्ट्र नीति के लिए प्रधानमंत्री बना हूँ : नरेंद्र मोदी

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नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी ने BJP के राष्ट्रीय अधिवेशन में रविवार (18 फरवरी) को संबोधन करते हुए कई खास संदेश कार्यकर्ताओं को दिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह राजनीति के लिए नहीं बल्कि राष्ट्र नीति के लिए आए हैं. उनका मकसद प्रधानमंत्री बनकर सुख भोगना नहीं, बल्कि राष्ट्र का संकल्प लेकर देश के लोगों के लिए काम करना है. उन्होंने कहा कि 2024 में हम तीसरी बार सरकार बनाएंगे और जनसेवा और राष्ट्र सेवा का इतिहास रचेंगे. इस संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान एक बड़े नेता से मुलाकात का किस्सा भी सुनाया.

‘हम राजनीति के लिए नहीं राष्ट्रनीति के लिए आए हैं’

पीएम मोदी ने कहा, “जो लोग सोचते हैं कि बहुत हो गया कि अब और क्या करना इस पर मैं एक बात बताना चाहता हूं.  एक बार एक बहुत बड़े नेता मुझसे मिले. मुझे बोले प्रधानमंत्री बनना काफी बड़ी बात होती है. आप तो पीएम बन गए. लंबे समय तक संगठन में भी काम कर चुके हैं. मुख्यमंत्री भी रहे, दोबारा भी प्रधानमंत्री बन गए, अब कितना काम करेंगे? अब थोड़ा आराम करिए.”

इसके बाद पीएम मोदी ने कहा, ”मैं बताना चाहता हूं कि हम राजनीति के लिए नहीं राष्ट्रनीति के लिए निकले हैं. हम छत्रपति शिवाजी को मानने वाले लोग हैं.जब छत्रपति शिवाजी का राज्याभिषेक हुआ तो वह कभी चुप नहीं बैठे. प्रजा के कल्याण के लिए काम किया है. मैं सुख वैभव लेकर जीने वाला लोग नहीं हूं. मैं सुख भोगने के लिए प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहता. मैं राष्ट्र का संकल्प लेकर निकला हूं. हम देश के लोगों के लिए काम करना चाहते हैं.”

वोट के हिसाब से काम नहीं करते’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले पूर्वोत्तर भारत को ज्यादा प्राथमिकता नहीं दी जाती थी. वहां पर सीटें कम हैं. इसलिए उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया जाता था, लेकिन, हम लोग वोट और सीटों के हिसाब से काम नहीं करते. हम लोगों के कल्याण के लिए काम करते हैं. चाहे हमारे देश का कोई भी कोना हो, वहां के लोगों का कल्याण होना चाहिए. जो गांव कभी देश के आखिरी गांव कहे जाते थे, अब वही गांव देश के पहले गांव हो चुके हैं. पहली बार नगालैंड से कोई महिला सांसद बनी है. हमें गर्व है कि हम बीजेपी की ऐसी संस्कृति का हिस्सा हैं जहां पर कैबिनेट के सबसे ज्यादा ओबीसी वर्ग हैं.

साभार : एबीपी न्यूज

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