गाजा. इजरायल ने गाजा में अपने सबसे बड़े दुश्मन याह्या सिनवार को मार गिराया है। इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक सटीक हमले में हमास के तीन लड़ाकों को ढेर कर दिया, जिनमें से एक याह्या सिनवार भी था। न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को हमास के शीर्ष राजनीतिक अधिकारी ने याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि कर दी। सिनवार ही था जिसने इजरायल में 7 अक्तूबर 2023 के घातक हमले का नेतृत्व किया था, जिसमें करीब 1200 लोगों की मौत हुई थी और करीब 250 लोग बंधक बना लिए गए थे। इसी हमले के बाद इजरायल सिनवार की तलाश कर रहा था और अब उसने सिनवार को मार कर ‘मिशन के सफलता’ का एलान कर दिया है।
इसी साल जुलाई के आखिर में हमास के तत्कालीन प्रमुख इस्माइल हानिया की ईरान में हत्या कर दी गई थी। करीब ढाई महीने के अंदर इजरायल ने हमास के नए प्रमुख सिनवार को भी मार गिराया है। जहां शीर्ष वैश्विक नेताओं ने यह उम्मीदें जताई है कि सिनवार की मौत से युद्ध का अंत जल्द हो जाएगा, वहीं इजरायल ने कहा है कि यह गाजा में युद्ध का अंत नहीं है, बल्कि अंत की शुरुआत है।
पहले जानते हैं कि गाजा में क्या हुआ है?
इजरायली सैनिकों ने गोलीबारी कर हमास नेता याह्या सिनवार को मार गिराया। आईडीएफ ने कहा कि सिनवार को बुधवार को दक्षिणी गाजा में खत्म कर दिया गया। सिनवार को इस बात का बिलकुल भी पता नहीं था कि इजरायली सेना ने उसे पकड़ लिया है। इजरायली सेना ने ड्रोन फुटेज भी जारी की है, जिसमें सिनवार मौत से पहले एक खंडहर इमारत में घायल अवस्था में बैठा हुआ दिखाई दे रहा है। कुर्सी पर बैठे हुए अपना चेहरा एक कपड़े से ढके हुए सिनवार ड्रोन पर कोई वस्तु फेंकने की कोशिश करते हुए दिखाई दे रहा है।
कौन था याह्या सिनवार?
याह्या सिनवार गाजा पट्टी में हमास का शीर्ष नेता था। इजरायल में 7 अक्तूबर को हुए हमास के हमले का मास्टरमाइंड भी याह्या सिनवार को माना जाता है। याह्या सिनवार को गाजा का सबसे ताकतवर नेता माना जाता था। वह इजरायल की कैद में भी रहा था और करीब 24 साल जेल में बिता चुका था। इजरायली सैनिक गिलाद शालित के बदले में इजरायल की जेल से 1027 फलस्तीनी कैदी रिहा किए गए थे, उन्हीं कैदियों में याह्या सिनवार भी शामिल था। सिनवार ईरान का करीबी था और हमास के कट्टरपंथी समूह का नेतृत्व करता था। याह्या सिनवार इजरायल की उस सूची में शीर्ष पर था, जिनका इजरायल खात्मा करना चाहता था।
पिछले साल 7 अक्तूबर को दक्षिणी इजरायल में हुए हमले में 12 सौ लोग मारे गए थे और लगभग ढाई सौ लोगों को बंधक बनाया गया था। हमास के जिस समूह ने इजरायल पर हमला किया था, उसका नेतृत्व याह्या सिनवार ने ही किया था। जुलाई के आखिर में हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया की ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी। इसके बाद हमास ने याह्या सिनवार को अपना प्रमुख नेता चुना था।
अब कैसे मारा गया सिनवार?
हमास प्रमुख सिनवार को एक मुठभेड़ में मार गिराया गया है। इजरायली अधिकारियों ने कहा कि हमास नेता को उस समय मार दिया गया जब वह भूमिगत सुरंग से निकलकर सुरक्षित जगह पर भागने की कोशिश कर रहा था। आईडीएफ ने कहा कि उसे दक्षिणी गाजा के ताल अल सुल्तान क्षेत्र में तलाशी ले रहे पैदल सैनिकों ने खोजा। सेना का मानना था कि अल सुल्तान क्षेत्र में हमास से जुड़े अहम लोग मौजूद थे। सैनिकों ने तीन संदिग्ध लड़ाकों को इमारतों के बीच घूमते देखा और उन पर गोलियां दागीं। इसके बाद गोलीबारी शुरू हो गई और इसी दौरान सिनवार एक खंडहर इमारत में भाग गया। इजरायली मीडिया के अनुसार, इमारत पर टैंक के गोले और मिसाइल दागे गए।
सैनिक खंडहर हो चुकी इमारत में घुसे और जब सिनवार ने भागने की कोशिश की तो इजरायली सेना ने उसे मार गिराया। सिनवार के पास एक हथियार, एक फ्लैक जैकेट (विस्फोट रोकने वाला जैकेट) और 40,000 शेकेल (करीब 90 हजार रुपये) बरामद किया गया। डीएनए परीक्षण जैसी अन्य जांचों के बाद हमास प्रमुख की मृत्यु की पुष्टि हुई। हालांकि, हमास की ओर से सिनवार की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, सिनवार को प्रशिक्षु दस्ते के कमांडरों की एक इकाई ने मारा है। ये कमांडर उस क्षेत्र में एक नियमित ऑपरेशन के दौरान अचानक उसके पास आ धमके थे।
साभार : अमर उजाला
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