नई दिल्ली. आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाउंडेशन कोयंबटूर के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव पिछले कुछ दिनों से सिर दर्द से पीड़ित थे। जिसके बाद 17 मार्च को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनकी ब्रेन सर्जरी की गई है। ब्रेन सर्जरी के बाद सद्गुरु जग्गी वासुदेव का एक वीडियो मैसेज सामने आया है। जिसमें उन्होंने बताया कि सर्जरी के बाद उनकी हालत अभी ठीक है।
क्या हुआ था सद्गुरु जग्गी वासुदेव को
पिछले चार हफ्तों से सद्गुरु जग्गी वासुदेव को सिरदर्द की समस्या थी। दर्द की गंभीरता के बावजूद, उन्होंने अपने कार्यक्रम और गतिविधियों को जारी रखा, और यहां तक कि 8 मार्च 2024 को रात भर चलने वाले महाशिवरात्रि समारोह का भी आयोजन किया। हालांकि जब 15 मार्च 2024 की दोपहर को जब वह दिल्ली पहुंचे तो उनका सिर दर्द असहनीय हो गया था। जिसके बाद उन्हें दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल लाया गया। जहां पर वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. विनित सूरी की सलाह पर शाम 4:30 बजे उनका एमआरआई स्कैन किया गया। जिसमें उनके मस्तिष्क में सूजन और ब्लीडिंग का पता चला।
3-4 हफ्ते से हो रही थी ब्लीडिंग
MRI के बाद पता चला कि उन्हें पिछले 3-4 हफ्तों से लगातार ब्लीडिंग हो रही है। जिसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई थी। हालांकि उसके बाद भी सद्गुरु ने डॉक्टरों से कहा कि मैंने पिछले 40 वर्षों में एक भी मीटिंग नहीं छोड़ी है। उसके बाद उन्होंने 15 मार्च को अपनी मीटिंग पूरी की। हालांकि 17 मार्च 2024 को सद्गुरु की न्यूरोलॉजिकल स्थिति तेजी से बिगड़ गई, साथ ही उनके बाएं पैर में कमजोरी आने लगी। उसके साथ ही उनका सिरदर्द भी बढ़ गया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक सीटी स्कैन से पता चला कि मस्तिष्क में सूजन में वृद्धि हुई है।
जिसके बाद डॉक्टरों की एक टीम (डॉ विनित सूरी, डॉ प्रणव कुमार, डॉ सुधीर त्यागी और डॉ एस चटर्जी) ने सद्गुरु के भर्ती होने के कुछ ही घंटों के भीतर ही उनके मस्तिष्क के ब्लीडिंग को कम करने के लिए एक आपातकालीन सर्जरी की। सर्जरी के बाद सद्गुरु जग्गी वासुदेव तेजी से रिकवर हो रहे हैं।
साभार : नवभारत टाइम्स
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं