नई दिल्ली (मा.स.स.). केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने केरल के कोच्चि में 15वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन और एक्सपो 2022 के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अर्बन मोबिलिटी इंडिया सम्मेलन और प्रदर्शनी के इस 15वें आयोजन की मेजबानी के लिए कोच्चि उपयुक्त स्थान है, क्योंकि इसने शहरी क्षेत्रों में निर्बाध सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए खुद को एक अनुकरणीय शहर के रूप में प्रतिष्ठित किया है। एक ऐसी प्रणाली बनाने पर इसका ध्यान केंद्रित करना जो लोगों को निजी वाहनों से परिवहन के सार्वजनिक साधनों का विकल्प अपनाने के लिए प्रोत्साहित करे, एक प्रशंसनीय उद्देश्य है। यह केंद्र के ‘वाहनों के बजाय लोगों को ले जाने’ के उद्देश्य के साथ तालमेल स्थापित करता है।
हरदीप सिंह पुरी और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आज यानी 04 नवंबर, 2022 को कोच्चि में संयुक्त रूप से 15वें अर्बन मोबिलिटी इंडिया (यूएमआई) सम्मेलन और एक्सपो 2022 का उद्घाटन किया। आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा केरल सरकार के सहयोग से केरल के कोच्चि स्थित होटल ग्रैंड हयात में 4 से 6 नवंबर, 2022 तक इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में केंद्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, नीति निर्माता, मेट्रो रेल कंपनियों के प्रबंध निदेशक, परिवहन उपक्रमों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ, पेशेवर, शिक्षाविद और छात्र भाग लेंगे।
पुरी ने भारतीय शहरी आवागमन प्रणालियों में अन्य देशों से सर्वोत्तम प्रथाओं/शिक्षाओं को शामिल करने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि हम अन्य देशों के अनुभव से सीखने में सक्षम हैं। आज हम जिन मेट्रो लाइनों की शुरुआत कर रहे हैं, वे उस तरह की प्रणालियां हैं, जो अन्य देशों की सर्वोत्तम प्रथाओं को शामिल कर रही हैं। उन्होंने कहा कि स्वदेशीकरण की हमारी प्रक्रिया एक ऐसे अनुभव में भी योगदान देने जा रही है, जहां हम विकास के समान स्तर वाले अन्य देशों के साथ साझा करने में सक्षम होंगे।
वैश्विक संदर्भ में भारतीय मेट्रो लाइनों की तीव्र प्रगति के बारे में चर्चा करते हुए, हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सितंबर 2022 तक, 20 शहरों में 810 किलोमीटर मेट्रो लाइन चालू है और 27 शहरों में 980 किलोमीटर से अधिक मेट्रो नेटवर्क और आरआरटीएस का नेटवर्क वर्तमान में निर्माणाधीन है। फिलहाल भारत में दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है, और जल्द ही जापान और दक्षिण कोरिया जैसी उन्नत अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ते हुए यह तीसरा सबसे बड़ा नेटवर्क बन जाएगा। इन विकास कार्यों से यातायात की भीड़ और वायु गुणवत्ता और उत्सर्जन संबंधी चिंताओं में उल्लेखनीय कमी आएगी। हरदीप सिंह पुरी ने परिवहन के साथ अपने जुड़ाव और पांच वर्षों की अवधि में मेट्रो प्रणालियों और अन्य परिवहन प्रणालियों के विकास पर संतोष व्यक्त किया।
हरदीप सिंह पुरी ने कोच्चि मेट्रो को अभिनव कोच्चि जल मेट्रो परियोजना के लिए बधाई दी, जो 15 मार्गों के माध्यम से 10 द्वीपों को जोड़ेगी और 78 किलोमीटर के नेटवर्क में 1,00,000 से अधिक लोगों को प्रतिदिन उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाएगी। वाटर मेट्रो न केवल पारंपरिक जल ट्रेन और यात्रा मार्गों को शहर में एक बार फिर से जीवंत कर देगी, बल्कि यह दैनिक यात्रियों को एक सस्ता और अधिक टिकाऊ विकल्प भी प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि सड़क या रेल परिवहन की तुलना में अंतर्देशीय जल परिवहन स्वाभाविक रूप से अधिक ऊर्जा की बचत करने में सक्षम है।
प्रधानमंत्री के ‘पंच प्राण’ लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शहरी क्षेत्रों में एक कुशल और हरित परिवहन प्रणाली के संकल्प को दोहराते हुए, केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री ने कहा कि सरकार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में, इन लक्ष्यों को प्राप्त करने की जिम्मेदारी के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार पहले से ही, भारत के विकास के इस अमृत काल में आने वाले दशकों की ओर देख रही है। वास्तव में, 15 अगस्त, 2022 को अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में, प्रधानमंत्री ने भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए ‘पंच प्राण’ के साथ इंडिया@2047 के रोडमैप पर जोर दिया था। ये पांच संकल्प थे:
- विकसित भारत के लिए बड़ा संकल्प;
- हम में गुलामी के एक भी लक्षण न रह जाए;
- हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए;
- हमें एकता और एकजुटता में रहना है; तथा
- प्रत्येक नागरिक को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए।
2047 तक एक विकसित भारत यह अनिवार्य बनाता है कि शहरी आवागमन उस लक्ष्य की ओर एक महत्वपूर्ण प्रेरक है, खासकर जब से लगभग 50 प्रतिशत जनसंख्या शहरी क्षेत्रों में होगी। हरदीप सिंह पुरी ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि हमें एक शहरी आवागमन की सुविधा के लिए एक ऐसे रोडमैप की शुरुआत करनी चाहिए, जैसा कि हम 2047 में शहरी परिवहन के तौर पर देखना चाहते हैं।