लंदन (मा.स.स.).
- सचिव पर्यटन और यूके में भारत के उच्चायुक्त ने डब्ल्यूटीएम-2022 में भारतीय पवेलियन का उद्घाटन किया
- डब्ल्यूटीएम के भारतीय पवेलियन में 20 से अधिक प्रतिभागी
- इस वर्ष की प्रदर्शनी का विषय है ‘यात्रा का भविष्य अब शुरू’
- भारत को एक बहु-उत्पाद के रूप में और डब्ल्यूटीएम में स्थिरता के साथ पूरे वर्ष गंतव्य के रूप में प्रचारित किया जाएगा
भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय लंदन में 7 से 9 नवंबर तक आयोजित वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट (डब्ल्यूटीएम) 2022 में भाग ले रहा है, जो कि सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रदर्शनियों में से एक है। इस वर्ष की प्रदर्शनी का विषय ‘यात्रा का भविष्य अब शुरू’ है। डब्ल्यूटीएम में भारत की भागीदारी इनबाउंड टूरिज्म को महामारी से पहले के स्तर पर लाने के लिए महत्वपूर्ण है।
पर्यटन मंत्रालय ने प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए भारतीय मंडप के आसपास 20 से अधिक प्रतिभागियों के लिए 650 वर्ग मीटर का स्थान लिया है। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह और ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने केरल, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पुडुचेरी और तमिलनाडु के पर्यटन मंत्रियों की उपस्थिति में भारतीय पवेलियन का विधिवत उद्घाटन किया। रिबन कटिंग, लैम्प लाइटिंग, गणेश वंदना और पर्यटन मंत्रालय के सचिव द्वारा स्वागत भाषण और ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त द्वारा स्वागत भाषण के साथ इंडिया पवेलियन का उद्घाटन किया गया।
उद्घाटन के बाद भारतीय प्रतिनिधिमंडल और प्रतिभागियों ने भारतीय मंडप और भागीदारी करने वाले विभिन्न राज्यों और अन्य हितधारकों के बूथों का दौरा किया। दिन में, अतुल्य भारत ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रदर्शन, योग सत्र, हीना और बॉलीवुड नृत्य प्रदर्शन का आयोजन किया। पर्यटन मंत्रालय के सचिव ने फ्यूचर स्टेज पर आयोजित “जिम्मेदार पर्यटन के लिए बढ़ती उपभोक्ता मांग” और सस्टेनेबिलिटी स्टेज, डब्ल्यूटीएम स्थल पर आयोजित “अगले संकट की तैयारी: दीर्घकालिक स्थिरता के लिए पहुंच” सत्र में भाग लिया।
बाद में, पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह और अपर सचिव राकेश कुमार वर्मा ने दोनों देशों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एबीटीए के अधिकारियों के साथ चर्चा की। राकेश कुमार वर्मा ने यात्रा व्यापार और मीडिया के साथ बैठक की और उन्हें पर्यटन मंत्रालय द्वारा महामारी के बाद पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किए गए उपायों के बारे में जानकारी दी।
पहले दिन डब्ल्यूटीएम में भारत की भागीदारी का मुख्य आकर्षण कॉपर चिमनी, वेस्ट फील्ड मॉल में इंडिया इवनिंग थी। इंडिया इवनिंग में आमंत्रित भारत और ब्रिटेन के ट्रैवल ट्रेड और भारतीय डायस्पोरा के सदस्य थे। 7 नवंबर, 2022 को इंडिया इवनिंग में डब्ल्यूटीएम 2022 में भाग लेने वाले विभिन्न राज्य सरकारों के कई पर्यटन मंत्रियों और सचिवों ने भागीदारी की। इंडिया इवनिंग ने भारत को एक बहु-उत्पाद के रूप में और स्थिरता के साथ एक पूरे वर्ष के लिए गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के लिए बातचीत और चर्चा के लिए एक मंच प्रदान किया।
सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह ने इंडिया इवनिंग में स्वागत भाषण देते हुए पर्यटन मंत्रालय की प्राथमिकताओं और उद्देश्यों पर जोर दिया, जिसमें मेडिकल वैल्यू ट्रैवल एंड वैलनेस, लक्जरी ट्रेनों और अंतरराष्ट्रीय व्यापार समुदाय के लिए विभिन्न पर्यटन उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया गया।
बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति की नियमित निगरानी – कोयला मंत्रालय
- समुचित कोयला आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये कोयला, बिजली, रेल मंत्रालय करीबी तालमेल के साथ काम कर रहे हैं
- कंपनियों के स्वामित्व और उनके इस्तेमाल वाले कैप्टिव ब्लॉकों में 58.6 मिलियन टन कोयला उत्पादन, 37.5 प्रतिशत से अधिक का अर्जन
- 141 नई कोयला खानों को हाल में नीलामी के लिये रखा गया, ताकि उत्पादन व आपूर्ति को और बढ़ाया जाये
कोयला मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि बिजली और रेल मंत्रालय के सहयोग से बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये उसकी नियमित निगरानी की जाती है। इन समवेत प्रयासों के परिणामस्वरूप 31 अक्टूबर, 202 के अनुसार स्वदेशी कोयला-आधारित बिजली संयंत्रों में कोयला का अंतिम भंडारण 25.6 मिलियन टन दर्ज किया गया, जो कोविड वर्ष 2020-21 को छोड़कर अब तक के अक्टूबर माह में सबसे अधिक भंडारण है। बिजली क्षेत्र को स्वदेशी कोयला आपूर्ति पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक है, जो किसी भी वित्तवर्ष के पहले सात महीनों में बिजली सेक्टर को होने वाली सर्वाधिक कोयला आपूर्ति है।
➢ कोल इंडिया लिमिटेड के मद्देनजर कुल स्वदेशी कोयला उत्पादन पिछले वर्ष की समान अवधि से 18 प्रतिशत अधिक है। इस तरह इसमें 17.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
➢ पहले सात महीनों में कैप्टिव कोयला ब्लॉकों ने 58.6 एमटी कोयले का उत्पादन किया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से 37.5 प्रतिशत अधिक है।
➢ सीआईएल के सभी स्रोतों से बिजली सेक्टर को कोयला पहुंचाने के लिये स्वदेशी कोयला ले जाने वाली मालगाड़ियों की कुल संख्या (रेक) अब तक की सबसे अधिक रही। इस दौरान प्रतिदिन 296.5 रेक रवाना हुईं, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से 19 प्रतिशत अधिक है।
कोयला उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लक्ष्य के साथ कोयला मंत्रालय ने हाल ही में 141 नये ब्लॉकों को वाणिज्यिक नीलामी के लिये पेश किया। मंत्रालय राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों के साथ करीबी तालमेल बना रही है, जिसके तहत पूर्व में नीलाम हुये ब्लॉक जल्द शुरू हो जायें।मंत्रालय पीएम-गतिशक्ति के तहत सभी प्रमुख खानों के लिये रेल कनेक्टीविटी बढ़ाने के कदम उठा रही है, ताकि कोयला तेजी से निकाला जा सके। कोयला मंत्रालय बिजली क्षेत्र को कोयले की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये प्रतिबद्ध है।