लखनऊ (मा.स.स.). भारत के 05 शहरों-मुम्बई, कोलकाता, दिल्ली, अहमदाबाद तथा वाराणसी की प्राचीन विरासत एवं सांस्कृतिक विविधता को संरक्षित करने और विश्व स्तर पर प्रचारित करने के उद्देश्य से आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित इन्टरनेशनल म्यूजियम एक्सपो में केन्द्रीय संस्कृति एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी0 किशन रेड्डी, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल तथा केन्द्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी की गरिमामयी उपस्थिति में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय तथा उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग के मध्य डेवलपमेंट फॉर एस्पेसेज पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। समझौता ज्ञापन पर संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की संयुक्त सचिव मुग्धा सिन्हा एवं उत्तर प्रदेश की ओर से विशेष सचिव एवं नोडल अधिकारी संस्कृति विभाग अमरनाथ उपाध्याय ने हस्ताक्षर किये। इस मौके पर नोडल अधिकारी एवं क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी वाराणसी सुभाष यादव भी मौजूद थे।
इस समझौता ज्ञापन के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए विशेष सचिव संस्कृति उ0प्र0 अमरनाथ उपाध्याय ने बताया कि इसके तहत सभी शहरों खासतौर से प्राचीन धार्मिक व सांस्कृतिक नगरी वाराणसी की सांस्कृतिक विविधता, खान-पान, वेश-भूषा, सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित कर दुनिया के समक्ष प्रस्तुत करना है। इसके अलावा विलुप्ति के कगार पर पहुंच चुकी लोक विधाओं को संरक्षित किया जायेगा। साथ ही इन शहरों के पर्व, त्योहार, मेले आदि का वार्षिक कैलेण्डर भी तैयार किया जायेगा, जिससे देश-विदेश के आगन्तुकों को इस सम्बंध में पूरी जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि इस समझौता ज्ञापन से खासतौर से उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक एवं धार्मिक पर्यटन सम्बंधी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग तथा भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय के अधिकारी एवं अन्य कर्मी मौजूद थे।
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