बेंगलुरु. कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार का शपथ ग्रहण समारोह शनिवार (27 मई) को हुआ. इस के दौरान कांग्रेस नेता एचके पाटिल, कृष्णा बायरे गौड़ा ने कर्नाटक के मंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली. उनके साथ ही 22 अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली.
कर्नाटक के मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस ने अभी से 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस हाईकमान की ओर से जारी किए गए नामों में जातीय समीकरणों से लेकर क्षेत्रीय पसंद का ख्याल रखने से स्पष्ट है कि कांग्रेस का गेम प्लान केवल कर्नाटक तक ही सीमित नहीं है. कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार के जरिये कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 में पड़ोसी राज्यों में भी अपनी सियासी जमीन मजबूत करने के लिए कमर कस ली है.
शपथ लेने वाले 24 मंत्रियों की लिस्ट
कर्नाटक कांग्रेस के 24 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. इन नेताओं में दिनेश गुंडुराव, शरणबसप्पा दर्शनापुर, एचके पाटिल, कृष्णा बायरे गौड़ा, एन चेलुवरायस्वामी, के वेंकटेश, शिवानंद पाटिल, तिम्मापुर रामप्पा बलप्पा, एसएस मल्लिकार्जुन, तंगदगी शिवराज संगप्पा, डॉक्टर एचसी महादेवप्पा, ईश्वर खंड्रे, क्याथासंद्रा एन राजन्ना, डॉक्टर शरणप्रकाश रुद्रप्पा पाटिल, संतोष एस लाड, एनएस बोस राजू, सुरेश बीएस, मधु बंगारप्पा, डॉक्टर एमसी सुधाकर, मंकल वैद्य, लक्ष्मी आर हेब्बालकर, रहीम खान, डी सुधाकर और बी नागेंद्र शामिल हैं.
किस जाति से कितने मंत्री?
नामधारी रेड्डी समुदाया से एक, वोक्कालिगा समुदाय से चार, अनुसूचित जाति (राइट) से एक, बनजिगा वीरशैव लिंगायत समुदाय से एक, अनुसूचित जनजाति से दो, ब्राह्मण समुदाय से एक, रेड्डी लिंगायत समुदाय से एक, पंचमशाली लिंगायत समुदाय से दो, अनुसूचित जाति (लेफ्ट) से एक, सदर लिंगायत समुदाय से एक, अनुसूचित जाति भोवी समुदाय से एक, आदि बनजिगा लिंगायत समदुया से एक, मोगावीरा (पिछड़ा वर्ग) से एक, मुस्लिम समुदाय से एक, जैन समुदाय से एक, मराठा (पिछड़ा वर्ग) से एक, राजू (पिछड़ा वर्ग) से एक, कुरुबा (पिछड़ा वर्ग) से एक, एडिगा (पिछड़ा वर्ग) से एक मंत्री बनाया गया है.
साभार : एबीपी न्यूज़
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं