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सेंसेक्स 945.42 अंक की बढ़त के साथ 63,915.42 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ

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नई दिल्ली. सरकारी नीति और हाल ही में अमेरिका के साथ हुए कई आर्थिक समझौते से विदेशी निवेशकों का भारतीय अर्थव्यवस्था में पूरा भरोसा दिख रहा है। एनएसई व बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारतीय बाजार में 12,350 करोड़ रुपए का निवेश किया और कोई बिकवाली नहीं की।

सेंसेक्स व निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर

घरेलू संस्थागत निवेशकों की तरफ से इस दिन 1021 करोड़ रुपए की बिकवाली की गई। तभी बुधवार को सेंसेक्स व निफ्टी दोनों ही रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। कारोबारी दिवस के दौरान एक समय सेंसेक्स 64,000 तो निफ्टी 19,000 अंक के स्तर को पार कर गया था। हालांकि, शाम में सेंसेक्स 945.42 अंक की बढ़ोतरी के साथ 63,915.42 अंक पर तो निफ्टी 280 अंक की बढ़ोतरी के साथ 18,972.10 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी को 18 से 19 हजार के स्तर को छूने में 21 माह लग गए, जबकि 17 से 18 हजार पहुंचने में सिर्फ दो माह लगे थे। बुधवार को जारी आरबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर में मजबूती को देखते हुए भारतीय बाजार भी अन्य देशों की तुलना में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।

FII ने भारतीय बाजार में कितना निवेश किया?

आरबीआई के मुताबिक, इस साल मार्च से लेकर 23 जून तक एफआईआई ने भारतीय बाजार में 11.6 अरब डॉलर का निवेश किया है। गत तिमाही (जनवरी-मार्च) में बीएसई की 200 कंपनियों में से 182 कंपनियों ने पिछले साल के जनवरी-मार्च के मुकाबले पांच फीसद तो पूर्व की तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के मुकाबले 23 फीसद का मुनाफा कमाया है। पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में एफआईआई ने भारतीय बाजार से 376.32 अरब रुपए की निकासी की थी।

जियोजीट फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर के मुताबिक, कई प्रयासों के बाद आखिरकार घरेलू बाजार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि चालू खाते के घाटे में कमी आने व एफआईआई का प्रवाह बढ़ने से निवेशकों का बाजार के प्रति सकारात्मक रुख हो रहा है। जानकारों के मुताबिक, आईटी सेक्टर के कमजोर प्रदर्शन के बावजूद बाजार फार्मा, मेटल व बैंकिंग सेक्टर के समर्थन से रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। गत वित्त वर्ष 2022-23 की तरह चालू वित्त वर्ष 2023-24 में भी भारत की विकास दर दुनिया के अन्य देशों की तुलना में सबसे अधिक रहने की संभावना के साथ भारत में कम होती महंगाई से विदेशी निवेशकों का रुझान तेजी से भारत की ओर बढ़ रहा है।

साभार : दैनिक जागरण

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