मुंबई. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इजरायल और आतंकी संगठन हमास युद्ध पर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेताओं को यह समझना चाहिए कि राष्ट्रहित और राष्ट्रीय सुरक्षा से बढ़कर कुछ नहीं है। इसे कभी भी राजनीतिक विचारों से प्रभावित नहीं होनी चाहिए। इस पर आम सहमति होनी चाहिए।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता को समझते हुए आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की आवश्यकता है। उन्होंने एक्स पर अपने एक पोस्ट में कहा कि भारत लगातार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ खड़ा रहा है। पीएम मोदी द्वारा इजरायल में हुए आतंकी हमले की निंदा करना वैश्विक शांति और सुरक्षा के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
शरद पवार के बयान की आलोचना
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी शरद पवार के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की मानसिकता ठीक नहीं है, इसे रोकना होगा। मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा था कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों ने फलिस्तीन की मदद की थी। पहली बार हमारे देश के प्रधानमंत्री ने इजरायल को मदद करने में अपनी भूमिका निभाई।
साभार : दैनिक जागरण
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