पटना. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार का राजनीतिक पारा सातवें आसमान पर है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस विपक्षी एकता की नींव रखी थी, उसे अब कांग्रेस पार्टी ने हाईजैक कर लिया है. यही वजह है कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की तीन बैठकों के बाद भी कोई आम सहमति नहीं बन सकी है. वहीं इससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नाराज बताए जा रहे हैं. इन तमाम खबरों के बीच नीतीश कुमार के एक बयान ने राजनीतिक पारे को काफी बढ़ा दिया है. मोतिहारी का मंच राजनीतिक नहीं था. सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह था, जिसमें राष्ट्रपति मौजूद थीं. उस कार्यक्रम में मौजूद भाजपा सांसद राधामोहन सिंह और दूसरे बीजेपी नेताओं की ओर इशारा करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि ये जितने लोग हैं, सब साथी हैं. कौन कहां है, छोड़िये न भाई.
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि जब तक हम जीवित रहेंगे, आप लोगों के साथ भी मेरा संबंध रहेगा. चिंता मत करिए. नीतीश कुमार यहीं नहीं रुके. उन्होंने मंच से कहा-जब तक जिंदा है, तब तक भाजपा नेताओं से दोस्ती बनी रहेगी, बिहार के मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को कोसते हुए कहा कि उसने तो मेरी बात ही नहीं सुनी थी, वो तो 2014 में जब नयी सरकार बनी तो मेरी बात मानी गयी. मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के दिग्गज नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह तो एहसास हुआ है कि भाजपा ने उनको शून्य से शिखर तक पहुंचाया है और बिहार के अंदर जंगलराज को खत्म करके सुशासन स्थापित करने की जिम्मेदारी सौंपी थी. विजय सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार जी इस सत्य को स्वीकार कर ले नहीं तो उनकी जिंदगी की कमाई का अस्तित्व खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता और शासन के लिए नहीं सुशासन के लिए है.
विजय सिन्हा ने कहा कि भाजपा ने चाणक्य बन कर नीतीश कुमार को चंद्रगुप्त बनाया था. आज वह बिहार को जंगलराज और गुंडाराज में तब्दील कर रहे हैं. भाजपा हमेशा शासन के लिए नहीं सुशासन के लिए काम करती है. बिहार भ्रष्टाचारी और जमींदारी से मुक्ति चाहता है. भाजपा का नेतृत्व यह बात स्पष्ट कर चुका है और भाजपा का हर कार्यकर्ता इसे स्वीकारता है. वहीं राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री दीक्षांत समारोह में थे. वहां भाजपा के कुछ सांसद भी थे. मुख्यमंत्री ने सांसदों से ये बात कही थी कि हमारा पुराना रिश्ता है, जब तक जिंदा रहेंगे इसे निभाएंगे. राजद प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार ने बीजेपी से ये बात नहीं कही थी. मीडिया इसको तूल दे रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा देश की आवाम पर एक बोझ है और इस बोझ को जनता उतारने वाली है.
साभार : जी न्यूज़
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