नई दिल्ली. इजरायल-हमास युद्ध के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज अपने ओमानी समकक्ष बद्र अलबुसैदी से बात की और इजरायल-हमास युद्ध पर चर्चा की।
इजरायल जंग के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर भी हुई चर्चा
जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि ओमानी विदेश मंत्री बदरलबुसैदी के साथ अच्छी बातचीत हुई। हमारे द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा हुई और पश्चिम एशिया में संकट (Israel Hamas war) पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया। इससे पहले, जयशंकर ने सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान और संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्ष शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ इजरायल-हमास युद्ध पर चर्चा की थी।
ओमानी मंत्री ने युद्धविराम पर दिया जोर
वहीं, अल्बुसैदी ने कहा कि उन्होंने गाजा में तत्काल युद्धविराम की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर दिया। ओमानी विदेश मंत्री ने जयशंकर के साथ बातचीत को ‘अच्छी’ बताया। अलबुसैदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करना सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि मैंने गाजा में तत्काल संघर्ष विराम और मानवीय सहायता के अच्छे प्रवाह की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर दिया। हजारों नागरिकों की जान बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करना सभी का दायित्व है। अब युद्ध बंद होना चाहिए। बता दें कि बड़ी संख्या में अरब देश हमास और इजरायल के बीच युद्धविराम की वकालत कर रहे हैं।
इजरायल-हमास युद्ध से दुनिया चिंता में
7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए घातक हमलों में 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे। हमास ने गाजा में 220 से अधिक लोगों को बंधक बना रखा है। गाजा में अधिकारियों के मुताबिक, इजरायल के जवाबी हमलों में करीब 6,500 लोग मारे गए हैं। इजरायल के हवाई हमलों के मद्देनजर गाजा में नागरिकों की दुर्दशा पर वैश्विक चिंताएं बढ़ रही हैं। भारत ने भी 22 अक्टूबर को फलस्तीन के लोगों के लिए दवाओं और चिकित्सा उपकरणों सहित 38 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी।
साभार : दैनिक जागरण
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