वाशिंगटन. अमेरिका में हिंदू मंदिर पर हमले की नई घटना में न्यूयॉर्क स्थित स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाया गया है। मेलविले में स्थित मंदिर की सड़क और मंदिर के बाहर साइन बोर्ड स्प्रे पेंट किया गया है और अपशब्द लिखे गए हैं। न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने मंदिर में तोड़फोड़ की कड़ी निंदा करते हुए इसे घृणित कृत्य बताया है। इसके साथ ही अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष मामला उठाया है। भारतीय वाणिज्य दूतावास ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘न्यूयॉर्क के मेलविले में BAPS स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ अस्वीकार्य है।’ पोस्ट में आगे कहा गया है कि ‘वाणिज्य दूतावास समुदाय के संपर्क में है और इस जघन्य कृत्य के अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों के समक्ष मामला उठाया है।’ न्यूयॉर्क में मंदिर पर हमले की घटना ऐसे समय हुई है, जब कुछ दिन बाद ही 22 सितम्बर को नासाउ काउंटी में एक बड़े सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करने वाले हैं। मेलविले से नासाउ काउंटी लगभग 28 किमी की दूरी पर स्थित है।
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने की जांच की मांग
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि न्याय विभाग और होमलैंड सुरक्षा विभाग को हिंदू संस्थानों को हाल में मिली धमकियों के बाद मंदिर पर हमले की जांच करनी चाहिए, क्योंकि इस सप्ताह के आखिर में पास के नासाउ काउंटी में भारतीय समुदाय की एक बड़ी सभा की योजना बनाई गई है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक सुगाह शुक्ला ने एक्स पर लिखा, ‘उन लोगों की पूर्ण कायरता को समझना कठिन है जो एक निर्वाचित नेता के प्रति घृणा प्रकट करने के लिए हिंदू मंदिर पर हमला करेंगे। हिंदू और भारतीय संस्थानों पर हाल ही मिली धमकियों के बाद इस हमले को उस खतरे के संदर्भ में देखा जाना चाहिए।’ इसमें यह भी बताया गया है कि खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हाल ही में हिंदू और भारतीय संस्थानों को धमकी देते हुए वीडियो साझा किया था। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने न्यूयॉर्क में हुई तोड़फोड़ की घटना कैलिफोर्निया और कनाडा में हुए मंदिरों पर हमलों में समानता बताई है।
स्वामीनारायण संस्था ने की निंदा
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था (BAPS) ने मंदिर को अपवित्र किए जाने की घटना की निंदा की है। संस्था ने कहा कि उत्तरी अमेरिका विभिन्न हिंदू मंदिरों में भी ऐसी ही घटनाएं हुई है। एक बयान में संस्था ने कहा कि वे इस अपराध को अंजाम देने वालों के लिए प्रार्थना करते हैं कि वे अपनी नफरत से मुक्त हो जाएंगे और इंसानियत की तरफ बढ़ें।
साभार : नवभारत टाइम्स
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