मुंबई. गुजरात की साबरमती जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को भला कौन नहीं जानता। वहीं लॉरेंस का राइट हैंड कहा जाने वाला उसका छोटा भाई अनमोल बिश्नोई ही अब इस गैंग को ऑपरेट करता है। अनमोल बिश्नोई और गोल्डी बरार जैसे गैंगस्टर्स विदेश से बिश्नोई गैंग चलाते हैं। हालांकि अब बिश्नोई गैंग पर मुंबई पुलिस का शिकंजा कसने वाला है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने अनमोल बिश्नोई को भारत वापस लाने की तैयारी कर ली है। क्राइम ब्रांच पुलिस ने अमेरिकी अदालत से गुहार लगाते हुए अनमोल बिश्नोई को भारत को सौंपने की याचिका दायर कर दी है।
अमेरिका ने भारत को दी जानकारी
बता दें कि 14 अप्रैल की सुबह सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग के पीछे अनमोल बिश्नोई का ही हाथ था। इस घटना ने पूरी मुंबई को हिलाकर रख दिया था। मुंबई पुलिस तभी से अनमोल बिश्नोई की तलाश में है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले में अमेरिका ने भारत की मदद की है। अमेरिकी एजेंसियों ने भारत को अनमोल का ठिकाना बताय दिया है। ऐसे में क्राइम ब्रांच ने अनमोल को अरेस्ट करने के लिए अमेरिकी अदालत से इजाजत मांगी है।
कैसे अरेस्ट होगा अनमोल बिश्नोई?
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार अनमोल बिश्नोई पर मकोका यानी महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। अदालत ने उसके खिलाफ गैर जमानती वॉरेंट भी जारी किया है। साथ ही अनमोल बिश्नोई के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हो चुका है। पुलिस का कहना है कि वॉरेंट के साथ-साथ पुलिस को अमेरिकी कोर्ट की परमीशन चाहिए, जिसके बाद ही हम अनमोल बिश्नोई अरेस्ट कर पाएंगे। स्पेशल मकोका कोर्ट ने 16 अक्टूबर को ही इसे मंजूरी दे दी थी। कुछ जरूरी कागजात मिलने के बाद हम केंद्र सरकार से इस मामले पर एक्शन लेने की विनती करेंगे।
NIA ने रखा 10 लाख का इनाम
बता दें कि अनमोल बिश्नोई, लॉरेंस का छोटा भाई है। अनमोल, गोल्डी बरार और रोहित गोदारा के साथ मिलकर बिश्नोई गैंग को ऑपरेट करता है। पुलिस को पहले लगता था कि अनमोल बिश्नोई कनाडा में रहता है, मगर हालिया जानकारी के अनुसार अनमोल बिश्नोई अमेरिका में है। यही नहीं, जिस फेसबुक आईडी से पोस्ट शेयर करते हुए अनमोल बिश्नोई ने सलमान खान के घर पर फायरिंग करवाने की जिम्मेदारी ली थी, उसका आईपी एड्रेस पुर्तगाल का है। हाल ही में NIA ने भी अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख का इनाम घोषित किया था।
लॉरेंस की कस्टडी ट्रांसफर करने पर लगी है रोक
मुंबई पुलिस ने केंद्र सरकार से लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी हासिल करने की भी गुहार लगाई है। लॉरेंस अभी गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। उसकी कस्टडी का अधिकार गुजरात पुलिस के पास है, वहीं गृह मंत्रालय ने अभी के लिए लॉरेंस की कस्टडी ट्रांसफर करने पर रोक लगा रखी है।
साभार : न्यूज़24
भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं