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उच्च अभिलेखीय मूल्य के उपयोगी दस्तावेजों का संरक्षण

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नई दिल्ली (मा.स.स.). उपलब्ध स्थान के कुशलता से उपयोग और रिकॉर्ड प्रबंधन के लिए 2 से 31 अक्टूबर 2022 तक विशेष अभियान 2.0 का आयोजन किया गया। इस दौरान कई सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों और नवाचारों का प्रमुखता से उल्लेख किया गया था। इस विशेष अभियान को डीएआरपीजी के सहयोग के साथ ही पूरे सरकारी दृष्टिकोण पर लागू किया गया था।

विभाग ने विशेष अभियान 2.0 के दौरान भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार की सहायता से उच्च अभिलेखीय मूल्य के सदियों पुराने दस्तावेजों को सुरक्षित करने और उन्हें संरक्षित करने के लिए कई ऐतिहासिक पहल की हैं। पुस्तकालय में प्रदर्शित करने के लिए भी इसने कुछ ऐसे विशेष दस्तावेज़ तैयार किए हैं। [इनकी सूची अनुलग्नक में संलग्न है।

केंद्रीय सचिवालय कार्यालय प्रक्रिया की नियमावली (सीएसएमओपी) का हिंदी रूपांतरण भी पहली बार जारी किया गया। सीएसएमओपी केंद्रीय मंत्रालयों के कामकाज की मेरुदण्ड है और केंद्रीय सचिवालय के एक जटिल एवं विविध ढांचे के लिए मानकीकृत प्रक्रिया तथा योजनाओं के माध्यम से सदैव आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करता है।

डीएआरपीजी ने विशेष अभियान 2.0 की अवधि के दौरान इलेक्ट्रॉनिक तथा कचरे व कबाड़ के निस्तारण से 48,500 रुपये का राजस्व अर्जित किया है और लगभग 200 वर्ग फुट के क्षेत्र को पुनः उपयोग के लिए रिक्त किया गया।

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