नई दिल्ली (मा.स.स.). आयुष मंत्रालय के अधीन केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम इंडियन मेडीसिन्स फार्मास्यूटिकल कार्पोरेशन लिमिटेड (आईएमपीसीएल) ने अपने हितधारकों – आयुष मंत्रालय और उत्तराखंड राज्य सरकार – को 10.3 करोड़ रुपये का लाभांश देने की घोषणा की है। आज यातायात भवन में आयोजित एक समारोह में आयुष मंत्रालय के लिये 9.93 करोड़ रुपये का लाभांश चेक केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानन्द सोनोवाल को पेश किया गया।
इस अवसर पर सर्बानन्द सोनोवाल ने कहा, “आईएमपीसीएल ने पिछले वित्तवर्ष 2020-21 की तुलना में अपने लाभ में प्रभावशाली बढ़ोतरी दर्ज की है, जो प्रशंसनीय उपलब्धि है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कल्पनाशील नेतृत्व में आयुष सेक्टर न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में आमूल प्रगति कर रहा है।” लाभांश चेक पेश किये जाने वाले समारोह में आयुष राज्यमंत्री मुंजपरा महेन्द्रभाई, आयुष मंत्रालय के विशेष सचिव प्रमोद कुमार पाठक, आयुष मंत्रालय के योग और प्राकृतिक चिकित्सा प्रकोष्ठ के निदेशक विक्रम सिंह, आयुर्वेद सलाहकार व आईएमपीएसीएल के प्रबंध निदेशक डॉ. मुकेश कुमार, आईएमपीसीएल के सहायक महानिदेशक (एफ-एंड-ए) अरविन्द कुमार अग्रवाल तथा अन्य उपस्थित थे।
आईएमपीएसीएल के प्रबंध निदेशक डॉ. मुकेश कुमार ने कहा, “परिचालन मोर्चे पर कंपनी ने पिछले वर्षों के दौरान अपनी क्षमता उपयोग में 47 प्रतिशत की बढ़ोतरी हासिल की है। गत वर्षों के दौरान कारोबार, लाभ और क्षमता उपयोग में प्रदर्शन के लिहाज से कंपनी ने आमूल प्रगति की है, जिससे कंपनी की भावी संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित हो रहा है।” आईएमपीएसीएल को भारत सरकार ने मिनी रत्न श्रेणी II का दर्जा प्रदान किया है। कंपनी को आईएसओ 9001:2015 का प्रमाणपत्र भी मिला है। कंपनी इस समय विभिन्न रोगों के लिये 657 प्राचीन आयुर्वेदिक, 332 यूनानी और 71 ट्रेडमार्क युक्त दवायें बनाती है। वह राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत सभी राज्यों और 6000 जन औषधि केंद्रों को आयुर्वेद तथा यूनानी दवाओं की आपूर्ति करती है।