नई दिल्ली (मा.स.स.). विपक्षी एकता को और मजबूत करने के लिए विभिन्न दल ऐसे नाम पर विचार कर रहे हैं, जिस पर सभी एकमत हों और भाजपा को भी उससे कड़ी चुनौती मिले. शरद पवार विपक्षी दलों में सबसे वरिष्ठ नेता हैं. उनकी छवि विपक्षी दलों के साथ-साथ भाजपा के नेताओं के बीच में भी अच्छी है. इसलिए यदि वे प्रत्याशी बनने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो भाजपा भी उनका खुलकर विरोध करने से बचेगी. लेकिन फिलहाल शरद पवार इसके लिए तैयार नहीं हैं. अभी तक कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस खुलकर शरद पवार से राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनने का आग्रह कर चुके हैं.
शरद पवार ने राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनने से किया इनकार
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