नई दिल्ली (मा.स.स.). केंद्रीय कपड़ा, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से निर्यात संवर्धन परिषदों के सदस्यों के साथ एक बैठक के दौरान कहा कि वस्त्र निर्माताओं को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए कपास प्राप्त करने की दिशा में पहल शुरू करनी चाहिए। इसके अलावा, कपास उद्योग से जुड़े सभी लोगों को कपास की उपलब्धता और कपास उत्पादों के बेहतर मूल्य को सुनिश्चित करने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए मिलना चाहिए।
परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (अध्यक्ष, नरेंद्र गोयनका), द कॉटन टेक्सटाइल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (अध्यक्ष, सुनील पटवारी), कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (अध्यक्ष, उमर हमीद), हस्तशिल्प के लिए निर्यात संवर्धन परिषद (कार्यकारी निदेशक, आर. के. वर्मा), आदि सहित कपड़ा मंत्रालय के तहत सभी 11 निर्यात संवर्धन परिषदों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल बैठक बुलाई गई थी। इसके अलावा, उद्योग संघों के प्रतिनिधि अर्थात भारतीय कपड़ा उद्योग परिसंघ, तिरुपुर एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन और द सदर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन ने भी बैठक में भाग लिया।
उन्होंने कहा कि कपड़ा क्षेत्र को मजबूत करने पर नए विचारों पर चर्चा के लिए दो-दिवसीय बैठक का आयोजन किया जाए। कम-से-कम 50 प्रतिशत प्रतिभागी युवा होने चाहिए और समग्र जुड़ाव के लिए भारतीय गुणवत्ता नियंत्रण (क्यूसीआई), वाणिज्य, डीपीआईआईटी, वित्त, बैंकिंग निर्यात बीमा की भागीदारी होनी चाहिए ताकि व्यापक विषयों पर चर्चा की जा सके। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले साल वस्त्र निर्यात लगभग 42 बिलियन अमरीकी डॉलर था, जबकि अगले 5-6 वर्षों तक 100 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि यदि हम इस लक्ष्य तक पहुंचने में सफल होंगे, तो सामूहिक रूप से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय तौर पर इस क्षेत्र का आर्थिक मूल्य 250 बिलियन अमरीकी डॉलर होगा।
गोयल ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी रचना शाह से निर्यात संवर्धन परिषद के प्रतिनिधियों का परिचय कराया। रचना शाह वस्त्र मंत्रालय के मौजूदा सचिव यू.पी. सिंह की 31 अक्टूबर, 2022 को सेवानिवृत्ति के बाद 01 नवंबर, 2022 को अधिकारिक तौर पर वस्त्र मंत्रालय के सचिव के तौर पर कार्यभार संभालेंगी। उन्होंने शाह को सूरत, नोएडा, तिरुपुर-कोयंबटूर और अन्य जैसे वस्त्र के केंद्रों का दौरा करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, इन हब के आसपास पीएम मित्र के तहत प्रस्तावित आवेदनों पर विचार करने और उद्योग के प्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया दर्ज करने का भी निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल मिशन के तहत धन उपलब्ध है और इसका इस्तेमाल नई परियोजनाओं में किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वस्त्र क्षेत्र की क्षमता को जी-20 में प्रदर्शित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में वित्त मंत्री द्वारा घोषित शॉपिंग फेस्टिवल में उद्योग के प्रतिनिधियों की भागीदारी को भी आगे बढ़ाया जा सकता है।