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एनएसएस के 76वें और 77वें चरण के अंतर्गत आने वाले विषयों पर 17वीं राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई संपन्न

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नई दिल्ली (मा.स.स.). सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय नियमित अंतराल पर, आमतौर पर राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण (एनएसएस) चरण के दौरान एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी करने के बाद राष्ट्रीय संगोष्ठियों का आयोजन करता है। इन संगोष्ठियों में विभिन्न क्षेत्रों जैसे शैक्षणिक/शोधकर्ता/केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों और अन्य संस्थानों/विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों/लेखकों को शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया जाता है। मंत्रालय द्वारा देश भर के प्रतिष्ठित संस्थानों/विश्वविद्यालयों में अब तक 16 राष्ट्रीय संगोष्ठियों का आयोजन किया जा चुका है।

इसी श्रृंखला में, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से एनएसएस के 76वें चरण (जुलाई-दिसंबर, 2018) और एनएसएस के 77वें चरण (जनवरी-दिसंबर, 2019) के दौरान किए गए एनएसएस सर्वेक्षण के परिणामों को कवर करते हुए 1-2 सितंबर, 2022 को कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीयूएसएटी), कोच्चि में 17वीं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।

संगोष्ठी में भारत के मुख्य सांख्यिकीविद् और सचिव, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। इनमें कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, कोच्चि के कुलपति, प्रो-वाइस चांसलर, प्रोफेसर और शोधार्थी तथा अन्य केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों/संस्थानों के अधिकारी शामिल हैं। संगोष्ठी में अर्थशास्त्र और सांख्यिकी निदेशालय (डीईएस), केरल सरकार के अधिकारी भी भाग लेंगे।

इस संगोष्ठी में, विभिन्न शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे और उन पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इन शोध पत्रों में भारत में पेयजल, स्वच्छता, साफ-सफाई और आवास की स्थिति, भारत में दिव्यांगजन के साथ-साथ परिवारों की भूमि और पशुधन तथा कृषि पर आश्रित परिवारों एवं ऋण और निवेश की स्थिति के आकलन से संबंधित क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। संगोष्ठी में विचार-विमर्श के दौरान सामाजिक-आर्थिक मापदंडों के उपयुक्त पहलुओं से संबंधित विभिन्न मुद्दों और सरोकारों पर चर्चा होने की संभावना है। इन पत्रों में संदर्भाधीन विषयों के बारे में भी कुछ जानकारी प्रदान किए जाने की संभावना है।

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