नई दिल्ली. सनातन धर्म पर टिप्पणी मामले में तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन मुश्किल में पड़ गए हैं. उदयनिधि के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. दिल्ली पुलिस ने उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ सनातन धर्म को लेकर उत्तेजक, भड़काऊ और मानहानिकारक बयान देने के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120B, 153A, 295, 504 और आईटी एक्ट की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
उदयनिधि ने क्या कहा था?
शनिवार (2 सितम्बर) को चेन्नई में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना मच्छरों और डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारी से की थी. उन्होंने कहा, “कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते. मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते. हमें उन्हें खत्म करना है. सनातनम (सनातन धर्म) भी ऐसा ही है. सनातन का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है.”
बीजेपी ने बयान को बताया नरसंहार का आह्वान
उदयनिधि के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, “उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू से जोड़ा है. उनका मानना है कि इसका न केवल विरोध किया जाना चाहिए, बल्कि इसे खत्म किया जाना चाहिए, संक्षेप में, वह सनातन धर्म को मानने वाली भारत की 80% आबादी के नरसंहार का आह्वान कर रहे हैं.” बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, स्टालिन INDIA गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं और उनके बेटे सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से कर रहे हैं, उसे खत्म करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी और INDIA गठबंधन को अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए वे लोग इकट्ठे हो कर गठबंधन बना रहे हैं या सनातन धर्म को खत्म करने लिए इस प्रकार की बयानबाजी कर रहे हैं?
साभार : एबीपी न्यूज़
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