वाशिंगटन. खालिस्तानी समर्थकों ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय दूतावास में आग लगाने की कोशिश की। सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 30 जून को कहा था कि 8 जुलाई से भारतीय दूतावासों को घेरेंगे। इसके ऐलान के अगले ही दिन यानी 1 जुलाई की रात को इस घटना को अंजाम दिया गया।
यह घटना शनिवार की है, लेकिन अमेरिकी सरकार के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। फिलहाल, मामले की जांच फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने शुरू कर दी है। इस घटना में दूतावास को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा। पांच महीने में यह दूसरी घटना है। इससे पहले अमृतपाल को रिहा करने की मांग को लेकर खालिस्तान समर्थकों ने मार्च में इसी दूतावास को घेरा था।
खालिस्तानी समर्थकों ने वीडियो जारी किया
खालिस्तानी समर्थकों ने भी इस घटना का एक वीडियो जारी किया। अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को के भारतीय दूतावास को इसमें निशाना बनाया गया। वीडियो में इसे बीते महीने कनाडा में मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का बदला बताया गया है। वीडियो में खालिस्तान समर्थकों ने कहा कि हिंसा से ही हिंसा उत्पन्न होती है। आतंकी निज्जर को बीते महीने कनाडा के सरी में गुरु नानक गुरुद्वारे के बाहर पार्किंग में दो अज्ञात बाइक सवारों ने गोलियां मार दी थी।
8 जुलाई से भारतीय दूतावास घेरने की धमकी
बीते दिनों आतंकी पन्नू ने एक वीडियो रिलीज कर कहा था कि 8 जुलाई को कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और यूरोपियन देशों में भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। इतना ही नहीं, पन्नू ने इन रैलियों को ‘किल भारत’ नाम दिया है। जिसमें 21-21 सिखों का जत्था भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन करेगा और तिरंगे का अपमान करने की भी बात कही गई है।
भारतीय जांच एजेंसियां सतर्क
पन्नू की धमकी और इस घटना के बाद भारतीय जांच एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। वहीं निज्जर की हत्या के बाद से आतंकी पन्नू भी अंडरग्राउंड चला आ रहा है। जांच एजेंसियां उसकी लोकेशन को ढूंढने में लगी हुई हैं।
मार्च में भी हुआ था हमला
अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर मार्च में भी हमला हुआ था। पंजाब में खालिस्तान समर्थक वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर खालिस्तानी 19 मार्च को भारतीय दूतावास के सामने इकट्ठे हुए थे। उन्होंने पहले तोड़फोड़ की और बाद में यहां लगा तिरंगा उतार दिया था। यही नहीं, दूतावास की बिल्डिंग के बाहर खालिस्तानी तिरंगा भी फहराया था।
खालिस्तानियों के टारगेट पर भारतीय डिप्लोमैट्स
कनाडा में भारत के मोस्ट वांटेड खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या के बाद खालिस्तानी समर्थक बौखला गए हैं। खालिस्तानी समर्थकों ने कनाडा के टोरंटो में जगह-जगह Kill India नाम से पोस्टर चस्पा करने शुरू कर दिए हैं। इस पोस्टर में जहां 8 जुलाई को फ्रीडम रैली की जानकारी दी गई है वहीं पर निज्जर की हत्या के लिए दूतावास अधिकारियों को जिम्मेदार बताया गया है।
साभार : दैनिक भास्कर
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