शुक्रवार, नवंबर 22 2024 | 09:17:51 AM
Breaking News
Home / व्यापार / आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के आईडीएफसी लिमिटेड में विलय के प्रस्ताव को मिली मंजूरी

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के आईडीएफसी लिमिटेड में विलय के प्रस्ताव को मिली मंजूरी

Follow us on:

मुंबई. भारतीय बैंक‍िंग सेक्‍टर में बड़े बदलाव देखने को म‍िल रहे हैं. हाल ही में देश के प्राइवेट सेक्‍टर के सबसे बड़े एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी ल‍िमिटेड का मर्जर पूरा हुआ है. इस मर्जर के साथ ही यह दुन‍िया का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन गया है. इसके बाद अब आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने आईडीएफसी लिमिटेड के साथ मर्जर का ऐलान क‍िया है. यह बैंक भी अपनी ग्रुप की कंपन‍ियों के साथ मर्जर करने की तैयारी कर रहा है. इस बारे में शेयर बाजार को जानकारी दी गई. एचडीएफसी के बाद यह बैंक‍िंग सेक्‍टर से जुड़ा बड़ा अपडेट सामने आ रहा है.

आईडीएफसी बोर्ड ने मर्जर को मंजूरी दी

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और आईडीएफसी के बोर्ड ने इस मर्जर को मंजूरी दे दी है. हालांकि बैंक की तरफ से विलय के बाद बनने वाली यून‍िट के मूल्‍यांकन के बारे में जानकारी नहीं दी गई. हालांक‍ि बीएसई पर एक द‍िन पहले दोनों कंपनियों के शेयर की कीमत के आधार पर बाजार मूल्यांकन 71,767 करोड़ रुपये है. र‍िवर्स मर्जर के तहत आईडीएफसी शेयरहोल्‍डर को बैंक में हर 100 शेयर के ल‍िए 155 शेयर मिलेंगे.

दोनों शेयर की फेस वैल्‍यू 10 रुपये
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की तरफ से एक बयान में कहा गया क‍ि दोनों शेयर की फेस वैल्‍यू 10 रुपये है. आईडीएफसी के चेयरमैन अनिल सिंघवी ने कहा कि मर्जर आईडीएफसी के कॉर्पोरेट पुनर्गठन का अंतिम चरण है. इससे वित्तीय सेवा प्रदाता बनाने में मदद मिलेगी. इससे ग्राहकों को म‍िलने वाली सर्व‍िस ब‍िना क‍िसी रुकावट के पूरी हो सकेंगी.

4.9 प्रतिशत की वृद्धि आने की संभावना
मर्जर के बाद बैंक के प्रति शेयर वैल्यू में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि आ सकती है. यह मार्च 2023 तक ऑडिटेड वित्तीय पर गणना की गई है. इसमें कहा गया क‍ि जून 2023 तक, आईडीएफसी अपनी गैर-वित्तीय होल्डिंग कंपनी के जर‍िये 39.93 फीसदी शेयर के साथ स्वामित्व में है. उसकी आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में 39.93 फीसदी ह‍िस्‍सेदारी है. मर्जर प्रक्र‍िया को इसी साल पूरा करने का लक्ष्‍य रखा गया है. आईडीएफसी फर्स्‍ट बैंक के ब्रांड एंबेसडर सुपर स्‍टार अम‍िताभ बच्‍चन हैं. बोर्ड की मंजूरी म‍िलने के बाद व‍िलय के ल‍िए आरबीआई (RBI), सेबी (SEBI), एनसीएलटी (NCLT), शेयर बाजार (Share Market) और कॉम्‍पटीशन कमीशन ऑफ इंड‍िया (CCI) की मंजूरी लेनी है.

साभार : जी न्यूज़

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

18वें ग्लोबल कम्युनिकेशन कॉन्क्लेव में बीपीसीएल चमका, कई पुरस्कार जीते

मुंबई | मैंगलोर, भारत फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनी और गौरवान्वित ‘महारत्न‘ भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने …