लखनऊ. अमृत भारत स्टेशन योजना के शिलान्यास कार्यक्रम में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब भाजपाइयों द्वारा लगाए जा रहे भारत माता की जय के नारे का बसपा सांसद दानिश अली ने विरोध किया। सांसद में नारों के बीच कहा कि यह सरकारी कार्यक्रम है न की भाजपा पार्टी का। जिसके बाद काफी देर तक हंगामा हुआ, हालांकि बाद में भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों व रेलवे अधिकारियों ने मामले को शांत किया। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी को वर्चुअल सुना गया।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रविवार को अमरोहा रेलवे स्टेशन पर शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन होना था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस का वर्चुअल शिलान्यास कर रहे थे। इसके लिए स्टेशन परिसर में विशेष तैयारी की गई थी मंच भी सजाया गया था। प्रधानमंत्री के संवाद से पूर्व भाजपा एमएलसी डॉ. हरि सिंह ढिल्लो ने अपने भाषण की शुरुआत भारत माता की जय का नारा लगाकर की। वहां मौजूद भाजपाइयों ने भारत माता की जय के नारे लगाने शुरू कर दिया। तभी मंच पर बैठे बसपा सांसद कुंवर दानिश अली ने नारेबाजी का विरोध जताया जताया। कहां यह भाजपा का कार्यक्रम नहीं है यह एक सरकारी कार्यक्रम है इस तरह की नारेबाजी गलत है। जिस पर भाजपा कार्यकर्ता भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। अन्य भाजपा नेता भी विरोध में उतर आए और नोकझोंक शुरू हो गई करीब 10 मिनट तक हंगामा होता रहा।
बाद में एमएलसी डॉ. हरी सिंह ढिल्लों समेत अन्य पदाधिकारी और रेलवे अधिकारी बीच- बचाव के लिए पहुंचे उन्होंने किसी तरह मामला शांत कराया जिसके बाद शांतिपूर्ण तरीके से प्रधानमंत्री को वर्चुअल सुना गया। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सांसद कुंवर दानिश अली वहां से चले गये। उधर, बसपा सांसद दानिश अली का कहना है कि उन्होंने भारत माता की जय बोलने का विरोध नहीं किया था, बल्कि कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से की जा रही अनावश्यक नारेबाजी को लेकर एतराज जताया था और यह कहा था कि यह कार्यक्रम किसी पार्टी का न होकर भारत सरकार का है, इसलिए अनावश्यक नारेबाजी नहीं होनी चाहिए।
साभार : अमर उजाला
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