जयपुर. शहर में आईटी विभाग की टीम को आज गणपति प्लाजा के लॉकर्स से 75 लाख रुपए कैश मिला है। दरअसल, आईटी की टीम 29 अक्टूबर से इस लॉकर के मालिक की तलाश कर रही थी। 12 दिन बाद भी कोई जिम्मेदार सामने नहीं आया। यह लॉकर किस का है। इस मामले को लेकर लॉकर एजेंसी के मालिक से भी पूछताछ की गई। उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद शुक्रवार को आईटी की टीम कटर लेकर
में पहुंची। लॉकर को कटर से काटकर पैसा निकाला।
गणपति प्लाजा में बने लॉकर्स की आयकर अधिकारी लगातार जांच कर रहे हैं। 29 अक्टूबर शनिवार को सर्च के दौरान एक लॉकर से आयकर के अधिकारियों को साढ़े 4 किलो सोना मिला था। जो रूई की चादर में लपेटा हुआ था। गोल्ड की जांच करने पर उसका वजन और शुद्धता के लिए टीमों को मौके पर बुलाया गया। जांच के दौरान गोल्ड शुद्ध और अच्छी क्वालिटी का मिला। इसकी वर्तमान बाजार मूल्य करीब 2.5 करोड़ रुपए बताई गई थी। इनकम टैक्स के अधिकारियों ने गोल्ड को सीज कर लिया था। ये लॉकर किसका है। इसका खुलासा विभाग ने नहीं किया है।
आईटी के अधिकारियों ने बताया- ऐसे कई लॉकर हैं, जिनकी जानकारी लॉकर कंपनी के मालिक को नहीं हैं। वह जांच में आईटी के अधिकारियों का सहयोग भी नहीं कर रहे हैं। यही कारण है कि अब आईटी के अधिकारी लॉकर को काट कर पैसा निकालने में लगी है। हालांकि सुरक्षा और पारदर्शिता दो देखते हुए लॉकर काटने और नोट निकालने से काउंट करने तक की वीडियो ग्राफी हो रही हैं।
दरअसल, किरोड़ी लाल मीणा के आरोपों के बाद जयपुर में गणपति प्लाजा के लॉकर्स की जांच जारी शुरू हुई थी। यहां स्थित रोयरा सेफ्टी वॉलेट्स में इनकम टैक्स के अधिकारी जांच में जुटे हैं। इनकम टैक्स से मिली जानकारी के अनुसार अब तक करीब 763 लॉकर की जांच की जा चुकी हैं। अभी 337 लॉकरों की जांच करना बाकी हैं। जांच के दौरान इनकम टैक्स को गोल्ड, नगदी बरामद हुई है। उसे लेकर लॉकर धारकों से पूछताछ की जा रही हैं।
साभार : दैनिक भास्कर
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