सोमवार, दिसंबर 23 2024 | 04:44:21 AM
Breaking News
Home / राज्य / उत्तरप्रदेश / बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने की अलीगढ़ को हरिगढ़ बनाने की बात

बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने की अलीगढ़ को हरिगढ़ बनाने की बात

Follow us on:

अलीगढ. लोधा थाना इलाके में खेरेश्वर धाम के निकट हरिदासपुर में चल रही 108 कुंडीय महालक्ष्मी धन वर्षा महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ रखने की बात कही. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. अलीगढ़ का नाम बदलने की मांग सुप्रीम कोर्ट के सीनियर अधिवक्ता नीरज शर्मा मांग भी कर रहे हैं. अब बाबा बागेश्वर का यह बयान चर्चाओं का विषय बना हुआ है, देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बाबा ने बयान जारी किया है, बतादें, अलीगढ़ के नाम पर बर्तन को लेकर जिला पंचायत द्वारा एक प्रस्ताव शासन को भेज दिया है.

लोधा इलाके के खेरेश्वर धाम के समीप पलवल मार्ग पर हरिदासपुर गांव में इन दिनों 108 कुंडीय महालक्ष्मी धनवर्षा महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन चल रहा है. सोमवार को कथा वाचक इंद्रेश उपाध्याय श्रीमद्भागवत कथा सुना रहे थे. इस दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भागवत कथा में न सम्मिलित न होने को लेकर अपनी असमर्थता जताते हुए बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने अलीगढ़ का नाम बदलकर हरिगढ़ करने की बात कही. इस दौरान बागेश्वर बाबा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कहा श्रीश्री 108 श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के अंतर्गत हमको भी आमंत्रण प्राप्त हुआ. किंतु वर्तमान समय में हम आने में असमर्थ हैं.

व्यासपीठ को दंडवत प्रणाम करते हुए यही कहना है कभी भगवान ने चाहा तो हम आएंगे, लेकिन उसके पहले सभी अलीगढ़ वासियों से प्रार्थना है अब इसका नाम हरिगढ़ रख दिया जाए. अलीगढ़ हरि की नगरी हो जाए हरे आनंद महादेव, फिर हरि की चर्चा करने में बड़ा आनंद आएगा. 2021 में अलीगढ़ जिले का नाम ‘हरिगढ़’ रखने का प्रस्ताव जिला पंचायत ने पारित किया था. इसी तरह समय-समय पर कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा जिले का नाम बदले जाने की मांग की जा रही है. इससे पहले बाबा बागेश्वर धाम पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप महाराष्ट्र की एक संस्था ने लगाया था. इसी तरह एक बयान में उन्होंने कहा था कि ”हिंदुओं एक हो जाओ पत्थर फेंकने वालों पर बुलडोजर चलाओ.”

साभार : जी न्यूज़

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

एएसआई ने पूरा किया 5 हिन्दू प्राचीन तीर्थ स्थलों और 19 कूपों का सर्वे

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम ने शुक्रवार, 20 …