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हरियाणा सरकार के आश्वासन के बाद दिल्ली-रोहतक हाईवे से हटे किसान

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चंडीगढ़. भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले बुधवार को बहादुरगढ़ में किसानों द्वारा किया गया हाइवे जाम घंटों बाद उपायुक्त शक्ति सिंह के आश्वासन के बाद किसानों ने खोल दिया। हांलाकि किसानों ने हरियाणा बंद की कॉल के दौरान बंद का समय शाम चार बजे तक का दिया था। लेकिन उससे पहले ही उपायुक्त शक्ति सिंह और एसपी डॉ हर्षित जैन हाइवे पर जाम लगाकर बैठे किसानों के बीच पहुंचे और कई देर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों में बनी सहमति के बाद किसानों ने हाइवे पर रास्ता खोलने का फैसला ले लिया।

भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने 25 सूत्रीय मांगों को लेकर बुधवार के लिए हरियाणा बंद की कॉल दी थी। उसी के तहत किसानों ने बुधवार को बहादुरगढ़ में एकत्रित होकर केएमपी के पास हाईवे को जाम किया था। हांलाकि इस दौरान पुलिस के अधिकारियों ने किसानों को समझा बुझाकर जाम खुलवाने का प्रयास भी किया। लेकिन किसान अपनी जिद्द पर अड़े रहे और उन्होंने हाइवे नहीं खोला। करीब साढ़े बारह बजे उपायुक्त शक्ति सिंह और एसपी डा.अर्पित जैन किसानों के बीच पहुंचे और बाद में दोनों पक्षों के बीच बनी आपसी सहमति के बाद किसान हाईवे से हट गए। जिला प्रशासन की तरफ से किसानों को अगले तीन रोज के भीतर ही सरकार से वार्ता कराए जाने का आश्वासन दिया गया है। उसके बाद ही किसान हाईवे खोलने को राजी हुए है।

तीन दिन में सरकार से होगी बात
पूर्व में हुई किसानों के साथ वार्ता व हुए समझौते के बाद भी कुछ मामलों में किसानों को शंका है। जिसे दूर करना जरूरी है। इसके लिए किसानों को सरकार से वार्ता कराए जाने का तीन दिनो का समय दिए जाने पर सहमति बनी है। अगले तीन दिनों के भीतर सरकार से किसानों की वार्ता करा दी जाएगी। जिसके बाद सभी समस्याओं का निदान होना स्वाभाविक है।

आश्वासन के बाद आंदोलन वापिस लिया
प्रजातंत्री में बातचीत का दौर चलता है। हमारे 25 सूत्रीय जो मांग है, उस विषय को लेकर सरकार की तरफ से उपायुक्त शक्ति सिंह हमारे बीच आए है। इन्होंने सरकार से अगले तीन रोज के भीतर वार्ता कराए जाने का आश्वासन दिया है। हमारी मांग यही है कि जो मांगें प्रदेश के अधीन है वह प्रदेश सरकार निदान करे और जो मांगें केन्द्र के अधीन है उसे केन्द्र सरकार हल करे। फिलहाल जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद हमने आज का अपना आंदोलन वापिस लिया है।

साभार : नवभारत टाइम्स

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