बेरूत. इजरायली सेना ने लेबनान से दागे गए रॉकेट के जवाब में भारी गोलीबारी की है। इजरायली सेना ने बताया है कि रविवार शाम को लेबनान से 9 रॉकेट इजरायली क्षेत्र में दागे गए, जिसमें से प्रोटोकॉल के अनुसार, 5 को इंटरसेप्ट कर लिया गया। अब इजरायली सेना लेबनान में उन लॉन्च साइट को निशाना बना रही है, जहां से ये रॉकेट फायर किए गए थे। इस बीच खबर है कि संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में शामिल भारतीय सुरक्षाकर्मियों को इजरायल और लेबनान के बीच दक्षिणी सीमा पर तैनात किया गया है, जहां हिजबुल्लाह और इजरायली सेना के बीच मोर्टार और रॉकेट हमलों के कारण तनाव बढ़ गया है। लेबनान में तैनात संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में 8000 भारतीय सैनिक शामिल हैं।
भारतीय शांति सैनिकों को इजरायल और लेबनान के बीच सीमा पर देखा गया है, हालांकि उन्होंने प्रोटोकॉल के कारण अपने मिशन पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। यह तैनाती संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में योगदान देकर अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की भारत की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के साथ युद्ध के बीच इजरायल को लेबनान के सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह से भी खतरा है। रविवार को हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह ने इजराइल की उत्तरी सीमा पर सुबह हुए मिसाइल हमलों की जिम्मेदारी ली। हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए। हिजबुल्लाह ने कहा कि यह लेबनान में हाल ही में इजरायली हवाई हमलों की प्रतिक्रिया थी।
लेबनान में क्यों तैनात हैं भारतीय सैनिक
लेबनान में मौजूद भारतीय सैनिक लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (United Nations Interim Force In Lebanon) का हिस्सा हैं। UNIFIL की स्थापना 19 मार्च 1978 के सुरक्षा परिषद के संकल्प 425 (1978) और 426 (1978) के अनुसार की गई थी। इसका उद्देश्य दक्षिणी लेबनान से इजरायली सेना की वापसी की पुष्टि करना, अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बहाल करना, क्षेत्र में अपने प्रभावी अधिकार की वापसी सुनिश्चित करने में लेबनान सरकार की सहायता करना था। 11 अगस्त 2006 के सुरक्षा परिषद ने UNIFIL को दूसरी जिम्मेदारी भी सौंपी, जिसमें दोनों देशों में शत्रुता की समाप्ति की निगरानी करना, लेबनानी सेना की सहायता करना, नागरिक आबादी तक मानवीय पहुंच और विस्थापित व्यक्तियों की स्वैच्छिक और सुरक्षित वापसी को सुनिश्चित करने में मदद करना शामिल था।
UNIFIL को क्या-क्या शक्तियां प्राप्त हैं
UNIFIL लेबनानी सेना के सहयोग से देश के अंदर मिलिट्री ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है। यह लेबनानी सरकार के अलावा किसी भी सशस्त्र कर्मियों, संपत्तियों और हथियारों से मुक्त क्षेत्र के निर्माण में लेबनानी सेना की सहायता करेगा। इसके अलावा लेबनान सरकार के अनुरोध पर, उसकी सीमाओं और अन्य प्रवेश बिंदुओं को सुरक्षित करने में सहायता भी कर सकता है, ताकि लेबनान में हथियारों या संबंधित सामग्री की सहमति के बिना प्रवेश को रोका जा सके। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने UNIFIL को अपने फोर्सेज की तैनाती के क्षेत्रों में सभी आवश्यक कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया और जैसा कि वह अपनी क्षमताओं के भीतर उचित समझती है।
साभार : नवभारत टाइम्स
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